नवाब मलिक को मेडिकल जांच के लिए लेकर दफ्तर से निकले ED अधिकारी, 3 मार्च तक हिरासत में हैं मंत्री

प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी एनसीपी (NCP) नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) को ईडी कार्यालय से मेडिकल जांच (Medical Examination) के लिए लेकर निकले हैं. दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग (Dawood ibrahim Money Laundering Case) मामले में नवाब मलिक को 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है. ईडी मनी लॉन्ड्रिंग केस में लगातार कार्रवाई कर रही है. एजेंसी ने गुरुवार को नवाब मलिक के भाई कप्तान मलिक को भी इस मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था. वहीं बुधवार को आठ घंटे की पूछताछ के बाद एजेंसी ने नवाब मलिक को गिरफ्तार किया था.

ईडी ने नवाब मलिक को अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के साथ वित्तिय संबंध रखने और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट को बढ़ावा देने के आरोप गिरफ्तार किया था. मलिक की गिरफ्तारी भारत में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने और आतंकवाद फैलाने के लिए दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के कथित हवाला नेटवर्क में ईडी की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में हैं.

इस महीने की शुरुआत में ईडी ने भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के खिलाफ एनआईए के मामले के आधार पर मामला दर्ज किया था. इसमें दाऊद के सहयोगियों की कई संपत्तियों पर भी छापेमारी की गई थी. मलिक की गिरफ्तारी से तीन महीने पहले बीजेपी नेता औऱ पूर्व सीएम फडणवीस ने आरोप लगाया था कि उन्होंने मुंबई के कुर्ला में अंडरवर्लड से जुड़े दो लोगों से जमीन खरीदी थी. इस पर मलिक ने सभी आरोपों का खंडन किया था और जवाब दिया था कि खरीदारी कानूनी हे. ईडी ने मलिक की हिरासत की मांग करते हुए कोर्ट में इस लेनदेन के विवरण का हवाला भी दिया था.

सस्ते दामों पर खरीदी गई जमीन

लेन-देन से संबंधित कागजात जारी करते हुए फडणवीस ने कहा था कि विचाराधीन भूमि कुर्ला एलबीएस मार्ग पर 2.8 एकड़ का एक भूखंड है. इस गोवाला कंपाउंड कहा जाता है. इस संपत्ति को सॉलिडस इंवेस्टमेंट प्राइवेट द्वारा 2005 में मलिक के बेटे फराज द्वारा खरीददार के रूप में 30 लाख या 23 रुपए प्रति वर्ग फुट में खरीदा गया था.