बड़ी खबर: गांधी मेडिकल कॉलेज में अप्रैल से शुरू होगी हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई, मटेरियल तैयार करने के लिए वॉर रूम का होगा गठन

भोपाल। मध्य प्रदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में करने का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है। भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज ( Gandhi Medical College) से हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होगी। अप्रैल महीने से हिंदी में पढ़ाई की शुरुआत हो जाएगी। वहीं मटेरियल तैयार करने के लिए वॉर रूम का गठन होगा। 

बैठक के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Medical Education Minister Vishwas Sarang) ने कहा कि अप्रैल महीने से भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज से हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई मध्यप्रदेश में शुरू हो जाएगी। तीन विषयों को हिंदी में रूपांतरित किया जाएगा। मटेरियल तैयार करने के लिए वॉर रूम का गठन होगा। यूट्यूब और पॉडकास्ट भी शुरू किए जाएंगे। गठित समिति वार्षिक कैलेंडर बनाएगी।

बता दें कि पिछले सप्ताह  चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इंदौर में मौजूद गठित कमेटी के विशिष्ट सदस्यों से मुलाकात की थी। मध्य प्रदेश में हिंदी में MBBS की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी तेज हो गई थी। उन्होनें बताया था कि मध्य प्रदेश ऐसा पहला राज्य होगा। जहां मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में कराई जाएगी।

हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई की कार्ययोजना के तहत पहले चरण में हिंदी भाषा में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों को दो महीने हिंदी में और दो महीने अंग्रेजी में शिक्षा दी जाएगी। अगले चरण के तहत एनॉटमी, बायोकेमिस्ट्री जैसे विषयों की किताबों की व्यवस्था हिंदी में की जाएगी। पाठ्यक्रम के लेक्चर भी हिंदी में होंगे।

गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम ने किया था ऐलान 

दरअसल सीएम शिवराज सिहं चौहान ( CM Shivraj Singh Chouhan) ने गणतंत्र दिवस के मौके पर मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में कराने का ऐलान किया था। यह पहला राज्य होगा जहां मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में कराई जाएगी। कॉलेज का नया सत्र अप्रैल महीने से शुरू हो रहा है। चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉक्टर जितेन शुक्ला के नेतृत्व में 14 सदस्यों की समिति गठित की गई है, जो हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई को लेकर कार्ययोजना तैयार करेगी।