अंतरक्षेत्रीय शक्तितोलन एवं शरीर सौष्ठव प्रतियोगिता

कोरबा,23 फरवरी (वेदांत समाचार)। कोरबा 23फ़रवरी 2022 छ. रा. वि. उ. कं. मर्यादित कोरबा (पूर्व) द्वारा आयोजित शरीर सौष्ठव एवम् शक्ति तोलन प्रतियोगिता जिसका शुभारम्भ आज डॉ श्यमा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह कोरबा पूर्व के जूनियर क्लब कोरबा मे मुख्य अतिथि एस.के.बंजारा कार्यपालक निदेशक डीएसपीएम कोरबा पूर्व, विशिष्ट अतिथि बीडी बघेल मुख्य अभियंता के॰टी॰पी॰एस॰ कोरबा पूर्व, एस॰के॰कटियार मुख्य अभियंता एच॰टी॰पी॰एस॰ कोरबा पश्चिम एवं शैलेंद्र कुमार शर्मा अति. मुख्य अभियंता कोरबा पश्चिम की अध्यक्षता में हुआ। दिनांक 23 से 25 फ़रवरी 2022 तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में उपस्थित सभी खेल प्रेमियों का हार्दिक हार्दिक अभिनंदन वन्दन नमन और स्वागत किया गया ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा माना की समय क़ीमती है पर जीवन उससे भी क़ीमती है इस क़ीमती जीवन को नया स्वस्थ्य रूप देने के लिए खेल की महत्वपूर्ण भूमिका और योगदान होता है। मेहनत लगन से खेले सभी को अच्छे स्वास्थ्य का संदेश दें।


अपने उदबोधन में बोलते हुएमुख्य अतिथि ने शक्ति तोलन एवम् शरीर सौष्ठव के संक्षिप्त इतिहास के विषय में बताया — 19वीं शताब्दी के अंत में, भार-प्रशिक्षण ने कई लोगों के लिए एक नया अर्थ ग्रहण किया, क्योंकि पत्थर-उठाने की प्राचीन परंपरा, जो शुरू में यूनानियों और मिस्रियों द्वारा प्रचलित थी, ने एक नए अंत के साथ प्रशिक्षण की एक पूरी तरह से नई प्रणाली के लिए रास्ता बनाया। इसका लक्ष्य। मनोरंजन प्रयोजनों के लिए भारोत्तोलन था जो कि यूरोप में उभरा। एक भौतिक संस्कृति की शुरुआत का संकेत जो पहले कभी नहीं देखा गया था। अन्य प्रथाओं में गाड़ियां खींचना और जानवरों को उठाना शामिल था, जो दर्शकों के मनोरंजन के लिए बहुत कुछ था। जनता इन पुरुषों को प्रतिस्पर्धा करते देखना पसंद करती थी, संभवत: उनकी काया कैसे दिखती थी, इन पुरुषों के शारीरिक कौशल के प्रदर्शन में कोई कारक नहीं था।

आधिकारिक तौर पर यूजीन सैंडो को पहले प्रसिद्ध बॉडीबिल्डर और आधुनिक बॉडी बिल्डिंग के पिता के रूप में जाना जाता है, 1867 में पैदा हुए यूजीन सैंडो (जन्म स्थान फ्रेडरिक मुलर) मांसपेशियों की गुणवत्ता और ताकत के अभूतपूर्व संयोजन के साथ आये , तुरंत एक बड़ी चर्चा का विषय बन गए। वह एक सदी के भौतिक सांस्कृतिक प्रतीक बन गए, जिन्हें आज के आनुवंशिक अनूठे लोगों के माहौल में भी शरीर सौष्ठव के महानतम में से एक के रूप में जाना जाता है। पहला बॉडीबिल्डिंग शो, 1891 में मंचित हुआ और इसे “द ग्रेट शो” के रूप में चिन्हित किया गया था, जिसे और कोई नहीं महान यूजीन सैंडो ने विकसित और प्रचारित किया था।


भारत का पहला बॉडीबिल्डर


मनोहर आइचू जिनका जन्म 17 मार्च 1912 कोमिला, बंगाल प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत (अब बांग्लादेश में) मृत्यु 5 जून 2016 (आयु 104) कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत आज जो प्रतियोगिता का आयोजन को होता है उसका मुख्य उद्देश्य तकनीकी ज्ञान वृद्धि आपसी मेलजोल से सरलता की ओर अग्रसर होना , उत्तम स्वास्थ्य , स्वास्थ्यवर्धक खान-पान और अनुशासित जीवन में स्वयं को व्यवस्थित करना है। सभी खिलाड़ी नियम से खेलें , देश को विभिन्न अंतराष्ट्रीय आयोजनो में पदक दिलायें।मुख्य अतिथि ने फ़ीता काटकर और वजन उठाकर प्रतियोगिता का विधिवत शुभारम्भ की घोषणा की।


प्रतियोगिता का आयोजन क्षेत्रिय क्रीड़ा एवं कला परिषद छ.रा. वि. उ. कं. मर्या. कोरबा पूर्व द्वारा कियाजा रहा है। जिसका कार्यभार सचिव पी. आर. वारते ग्राउंड मनेजमेंट गोवर्धन सिदार, सुरेश क्रिस्टोफ़र , सरोज राठौर द्वारा किया गया। मंच संचालन रविंद्र साहू ने किया। उद्घाटन समारोह के लिए आभार प्रदर्शन अजीत तिर्कि प्र. कल्याण अधिकारी ने किया। इस प्रतियोगिता में विद्युत अंतरक्षेत्र कोरबा पूर्व , कोरबा पश्चिम, रायपुर सेंट्रल, दुर्ग, राजनंदगाँव, मड़वा एवं जगदलपुर की टीम भाग ले रही है। यहाँ से चयनित होकर टीम राष्ट्रीय स्तर के लिये रवाना होगी।

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