सद्गुरु रितेश्वर महाराज ने हिजाब विवाद पर दिया बयान- देश एक है तो संविधान भी एक होना चाहिए,संविधान कहे धर्म से जुड़े कपड़े स्कूल में पहने तो मानना होगा

रायपुर 20 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने रायपुर पहुंचे श्री आनंदम धाम ट्रस्ट वृंदावन के संत सद्गुरु रितेश्वर महाराज ने हिजाब विवाद पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश एक है तो संविधान भी एक होना चाहिए। संविधान कहे कि शैक्षणिक संस्थान तय करेंगे क्या पहना है तो मानना पड़ेगा, संविधान कहे धर्म से जुड़े कपड़े स्कूल में पहने तो मानना होगा।

उन्होंने आगे कहा कि एक देश एक विधान होना चाहिए। एक जैसा कानून होगा तो कोई विवाद ही नहीं रहेगा। नाम है सम- विधान, मगर विधान यानी कानून सम यानी सबके लिए समान कहां है। देश में समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए नहीं तो देश इन छोटे-छोटे मुद्दों की वजह से विघटन की ओर जाएगा। संत ने कहा कि केंद्र सरकार के पास ये मामला है चाहें तो संसद में कानून बनाकर नियम तय कर दें, विवाद खत्म हो जाएगा

शराबबंदी पर नाराजगी
सद्गुरू रितेश्वर ने शराबबंदी पर कहा कि सरकार ने शराबबंदी का वादा किया था। अब तक पूरा नहीं हुआ, सरकारें कहती हैं कि शराब से पैसा आता है इससे विकास होता है। ऐसे विकास की क्या जरूरत जिससे हजारों घर बर्बाद हो रहें हों । हजारों बच्चों का भविष्य बिगड़ रहा हो बीमारियां फैल रही हों, मौतें हो रही हों। फिर ऐसे परिवारों को 2 हजार का अनुदान देकर गरीब की मदद का प्रचार होता है उस 2 हजार रुपए से भी लोग शराब पी जाते हैं। रेवेन्यू के नाम पर ऐसा विकास लेकर क्या करेंगे। शराबबंदी होनी चाहिए, जनता भी इसे अपना समर्थन देगी।

धर्म संसद होनी चाहिए
छत्तीसगढ़ में धर्म संसद को लेकर रितेश्वर महाराज ने कहा कि धर्म की परिभाषा कर्म से है। धर्म संसद से लोगांे का सांस्कृतिक और धार्मिक विकास होगा। अधार्मिक कृत्य का विरोध करेंगे, धर्म संसद में अमार्यादित भाषा का मैं विरोधी हूं, मगर जिस व्यक्ति ने ऐसा किया उसको सजा देनी है, संविधान में इसके लिए नियम हैं। मगर पूरे संत समुदाय को उसका दोष देना उचित नहीं। मैं धर्म संसद का समर्थक था हूं रहूंगा ये होना चाहिए।

कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब पर बवाल
दरअसल, कर्नाटक के कुंडापुरा कॉलेज में 28 मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर क्लास अंटेंड करने आईं, लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें इस ड्रेस में क्लास अटेंड करने से रोक दिया। इसके बाद छात्राएं जिद पर अड़ गईं कि वो भी बिना हिजाब क्लास अटेंड नहीं करेंगी। बाद में वहां युवक युवतियां भगवा स्कार्फ पहनकर आने लगे। कॉलेज कैंपस में अल्लाह हू अकबर और जय श्री राम के नारे लगाए गए।