कांकेर19 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। मातृ स्वास्थ्य और शिशु स्वास्थ्य को बेहतर करने के उद्देशय से कलेक्टर ने जिले के शत-प्रतिशत गर्भवती महिलाओं का प्रथम त्रैमास में पंजीयन अनिवार्य रूप से करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि अपने निर्धारित क्षेत्र में शत-प्रतिशत गर्भवती महिलाओं का प्रथम त्रैमास में पंजीयन प्राथमिक रूप से मितानीन और एएनएम का उतरदायित्व है।
इसके लिए प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्र और मितानीन किट में निश्चय किट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य केन्द्र में वजन, ऊंचाई और रक्तचाप की जांच की सुविधा के साथ यूरिन शुगर, एल्ब्यूमिन, हिमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, आरडीकिट से मलेरिया, सिकलिंग, एचआईव्ही की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित किया जावे। सभी सुपरवाईजर को अपने क्षेत्र भ्रमण में इस पंजीयन का सत्यापन करने के लिए निर्देशित किया गया है। प्रत्येक सेक्टर मीटिंग में सेक्टर मेडिकल ऑफिसर गर्भवती महिला की अनुमानित लक्ष्य के विरूद्ध प्रथम त्रैमास में पंजीयन की समीक्षा करेंगे। सामान्य गर्भावस्था के लिए कम से कम चार एएनसी जांच एवं चिन्हांकित जटिल गर्भावस्था के लिए प्रत्येक माह एएनसी जांच करने के लिए निर्देशित किया गया है।”
मितानीन गृह भेंट कर गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन कर सूचीबद्ध करेंगे तथा प्रत्येक गर्भवती महिला की समस्त जांच हो, यह भी सुनिश्चित करेंगे। गर्भवती महिलाओं का प्रथम त्रैमास में शत-प्रतिशत पंजीयन सुनिश्चित करना एएनएम का उतरदायित्व होगा, साथ ही उन्हें निर्धारित दिवस में व्हीएचएसएनडी आयोजित कर सभी अपेक्षित सेवाएं उपलब्ध कराना होगा। सुपरवाईजर अपने क्षेत्र का नियमित रूप से भ्रमण कर गर्भवती महिलाओं को दी गई सेवाओं और उपचार के फॉलोअप का सत्यापन करेंगे। सेक्टर मेडिकल ऑफिसरों को नियमित रूप से सेक्टर मीटिंग का आयोजन करने और मीटिंग के दौरान अनुमानित लक्ष्य के विरूद्ध प्रथम त्रैमास में पंजीयन की समीक्षा करने के लिए निर्देशित किया गया है।
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