तस्करी के लिए कर डाले कार के पुर्जे-पुर्जे अलग, हेडलाइट के अंदर भी ठूसा था गांजा; ऐसे हुआ भंडाफोड़

गांजा तस्करों (Drugs Smuggling) का भी जवाब नहीं है, तस्करी के लिए ये लोग क्या क्या उपाय नहीं करते हैं. ऐसा ही अजीबोगरीब मामला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की धमतरी पुलिस (Dhamtari Police) के सामने आया है. जहां तस्करों ने कार के पुर्जे-पुर्जे अलग कर गांजा भर दिया. तस्कर अपनी चाल में कामयाब भी हो जाते हैं, लेकिन मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने उनकी योजना धराशाई कर दी. तस्करों के पास से करीब 86 किलो गांजा, कुछ मोबाइल, एक कार और नकदी भी बरामद हुई.

दरअसल पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर द्वारा कानुन व्यवस्था एवं अपराधों के नियत्रंण की रोकथाम करने के लिए समय-समय पर समस्त थाना/चौकी प्रभारियों को सूचना तंत्र को मजबूत करते हुए एवं संदिग्ध आचरण के व्यक्तियों पर सतत निगरानी रखने हेतु निर्देशित किया गया है. जिसके बाद पुलिस ने नाकाबंदी पाईंट पर जांच कार्रवाई की जा रही थी. तभी उडीसा के तरफ से आते एक सफेद रंग की मारूती सुजुकी कार को थाना बोराई के सामने बैरियर नाका के पास संदेह के आधार पर रोक कर चेक किया गया, जिसमें दो व्यक्ति बैठे मिले.

कार की बेकलाइट के अंदर भी भरा था गांजा

पुलिस को पूछताछ में गतिविधी संदिग्ध लगी तब उनका नाम पूछने पर तहसीन त्यागी और काहिद त्यागी बताया जो मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. एसपी धमतरी प्रषांत ठाकुर (SP Dhamtari Prashant Thakur) ने बताया कि कार की तलाशी लेने पर कार के बेकलाइट के अंदर और कार के डेसबोर्ड के अंदर अलग-अलग छोटे बड़े पैकेट में मादक पदार्थ गांजा को बड़ी सफाई से पैककर छिपाकर रखा गया था. उक्त गांजा 85 किलो 750 ग्राम किमती करीबन 1710000/- रूपया मिला और एक सफेद मारूती सुजुकी कार किमती 400000/-रूपया, तीन नग मोबाईल फोन किमती 8000/- रूपया, नगदी रकम 3000/- रूपया आरोपियों से मिला, जुमला किमती करीबन 2121000/- रूपया को जप्त किया गया.

आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा

पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि वे उडीसा जयपुर से गांजा लेकर उत्तर प्रदेश जा रहे थे आरोपियों के विरूद्ध धारा 20(ख) नारकोटिक एक्ट की कार्रवाई की जा रही है और आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है.

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