सरगुजा,18 फरवरी (वेदांत समाचार)। शादी समारोह के दौरान दूषित भोजन खाने से फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए 6 वर्षीय बच्चे की उपचार के दौरान मौत हो गई. जबकि दो बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है. जिन्हें बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. इस गांव में अब तक कुल 24 लोग उल्टी दस्त की वजह से बीमार होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं, जिनमे से 12 स्वस्थ हो चुके हैं. सूबे के खाद्य मंत्री का विधानसभा क्षेत्र होने के कारण बच्चे की मौत को लेकर विपक्षी दल भाजपा ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इधर इस बेहद गंभीर मामले को लेकर डाक्टरों ने भी माना है कि बच्चे की मौत फूड प्वाईजनिंग से हुई है. मामले को लेकर विपक्षी दल ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल उठा दिए हैं.
ये है मामला
मामला ग्राम देवगढ़ के सरनापारा का है, जहां शादी समारोह के दौरान दूषित भोजन करने से एक परिवार के चार एवं एक अन्य बच्चा बुधवार को फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गया, जिन्हें गुरुवार को उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर लाया गया था. जहां उपचार के दौरान 6 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई. दो की हालत नाजुक है, जिन्हें बेहतर उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. मृत बच्चे के परिजनों के बीच मातम छा गया है. उनका रो रोकर बुरा हाल है.
डाक्टर ने मौत की वजह बताई उल्टी दस्त
सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र के चिकित्सक डॉ एस एन पैकरा के मुताबिक उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद आज सुबह सीरियस कंडीशन मे कुछ मरीज आए थे. उन्होंने कहा कि हालत ठीक नहीं होने के कारण उनको अम्बिकापुर रेफर किया गया था, लेकिन तभी बच्चे की मौत हो गई. डाक्टर के मुताबिक कल उल्टी दस्त के शिकार 7 मरीज और उसके एक दिन पहले 17 मरीज आए थे. उसमें से 12 लोगों का इलाज करने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था. फिलहाल दो बच्चों को अम्बिकापुर रेफर किया गया है और गांव में कैंप लगाकर इलाज किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक वहां पर स्थिति सामान्य है, लेकिन कैंप में उल्टी-दस्त के 1-2 मामले आ रहे हैं. इधर डाक्टर ने ये भी स्वीकार किया है कि मृतक बच्चे की मृत्यु दूषित खाने की वजह से हुई है और ये सब गांव में एक पार्टी मे दूषित खाना खाने की वजह से हुआ है.
खाद्य मंत्री का इलाका और 50 लाख मुआवजा
जिले के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और भाजपा नेता प्रभात खलखो के मुताबिक डाक्टरों का कहना है कि देवगढ़ में शादी का खाना खाने के दौरान फूड प्वाईजनिंग हुई थी. जिसमें 15 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए थे, इनमें एक की मृत्यु हो गई थी. इतना ही नहीं खलखो ने कहा कि ये खाद्य मंत्री का इलाका है और यहां के स्वास्थ्य लचर सुविधा देखने को मिल रही है. अगर यहां बेहतर इलाज की व्यवस्था नहीं थी तो इनको बच्चे को अम्बिकापुर रेफर किया जाना था. जिससे उनकी जान बच सकती थी, पर इस शासन काल में पूरा प्रशासन नाकाम और निकम्मा साबित हो रहा है. इसलिए भाजपा के लोग विरोध कर ये मांग कर रहे हैं कि पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए. अगर नहीं देते हैं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
बच्चे की मौत पर सियासी पारा चरम पर
दूषित भोजन खाकर फूड पॉइजनिंग के शिकार 6 वर्षीय बच्चे की मौत पर सियासत गरमा गई है. भाजपाइयों ने प्रभात खलखो एवं मंडल अध्यक्ष श्रवण दास एवं पीड़ित परिवार के साथ मिलकर बीच सड़क पर बच्चे का शव रखकर 50 लाख मुआवजे की मांग की है. इस दौरान भाजपाईयों ने क्षेत्रीय विधायक एवं खाद्यमंत्री को बच्चे की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की है. इस विरोध प्ररदर्शन की वजह से नेशनल हाईवे पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था और सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी गई थी. बाद में प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों की समझाइश के बाद चक्काजाम खत्म कराया जा सका.
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