धमतरी, 16 फरवरी (वेदांत समाचार) । गर्मी कीआहट होते ही शहर के कुम्हार पारा में बड़े पैमाने में मटके तैयार होने शुरू हो गए हैं। मटके तैयार करने में व्यस्त कुम्हारों का कहना है कि महंगाई के चलते अब मिट्टी के घड़े व अन्य सामग्री तैयार करना मुश्किल होते जा रहा है।
शहर के कुम्हार पारा में इन दिनों गर्मी को देखते हुए बड़े पैमाने में मटके तैयार किए जा रहे हैं। कुम्हार पारा की राधिका बाई, सावित्रीबाई, राधे श्याम कुम्भकार ने बताया कि गर्मी के इस सीजन में मटकों की मांग रहती है। मांग को देखते हुए बड़े पैमाने पर मटके तैयार किए जा रहे हैं। लकड़ी, भूंसा, मिट्टी सब पास के तालाबों से लाई जाती है। कच्चे सामग्रियों की बढ़ी हुई कीमत के कारण अब इस व्यवसाय में पहले जैसा मुनाफा नहीं रहा रहा। रही- सही कसर फ्रिज ने पूरी कर दी है। मटके का पानी पीने के शौकीन लोग ही मटके की खरीदी करते हैं, बाकी सब तो वाटर कूलर से पानी पीने लगे हैं।
मालूम हो कि कुम्हार पारा के 70 से अधिक परिवार मिट्टी के बर्तन और मटके तैयार करते हैं। यहां धमतरी शहर के अलावा आसपास के गांव से भी बड़ी तादाद में लोग मटके और मिट्टी के बर्तन खरीदने पहुंचते हैं।
वर्तमान में मटको की कीमत 50 रुपये से 70 रुपये के बीच बताई जा रही है, जो पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। कुम्हारिनों का कहना है कि प्रतिस्पर्धा के दौर में मटके और मिट्टी के बर्तन बेचना मुश्किल हो चला है। शहर के अलग-अलग वार्डो में निश्चित खरीददार हैं, जो हरसाल मटकी खरीदते हैं। इसके अलावा कई स्थानों पर खुलने वाले सार्वजनिक प्याऊ में भी इन मटकों की मांग रहती है।
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