लकड़ी चुनने के नाम पर मृतक, आरोपी का हुआ था विवाद

दुर्ग13 फ़रवरी (वेदांत समाचार)।पिछले 26 जनवरी को जवाहर उद्यान में हुए मर्डर के आरोपी को भी 12 पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल के सलाखों के पीछे डाल दिया। इस हत्या के कारण मृतक शंकर और आरोपी संतोष निर्मल के बीच लकड़ी बीनने के मामले में विवाद हुआ था। उसी के कारण मृतक शंकर सिंह सायकल लेकर भागने लगा इसी दौरान आरोपी संतोष निर्मलकर दौड़कर शंकर के सिर पर डंडे से वार कर दिया जिसके कारण शंकर सायकल से गिर गया और किसी की नजर नही पडऩे और अधिक खून गिर जाने के कारण शंकर की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इस मामले का खुलासा आज पुलिस कंट्रोल रूम में एसएसपी बी एन मीणा ने पत्रकारों के सामने खुलासा किया। इस अवसर पर एएसपी संजय ध्रुव, सीएसपी राकेश जोशी, थाना प्रभारी नेवई भारती मरकाम सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

एसएसपी मीणा ने आगे बताया कि आरोपी का मृतक के साथ जवाहर उद्यान में लकड़ी बीनने के नाम पर विवाद हुआ था। घटना स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगे होने और मृतक के जिंदा रहने की शंका को दूर करने के लिए किसी से पूछताछ करना आरोपी को भारी पड़ गया। इसी आधार पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उसने हत्या का अपराध कबूल कर लिया।

बीते 26 जनवरी दोपहर को जवाहर उद्यान के आउटर साइड में एक शव मिला था। तब उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। शिनाख्त अगले दिन हुई। पता चला कि वो रिटायर्ड बीएसपी कर्मी था। लकड़ी बीनने को लेकर रिटायर्ड बीएसपी कर्मी की हत्या की गई थी। मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने 25 जनवरी को हल्के विवाद के सिर पर डंडे मारकर हत्या करने की बात स्वीकार किया है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि टंकी मरोदा स्कूल पारा पीपल पेड़ के पास नेवई निवासी शंकर सिंह (83 वर्ष) सूखी लकड़ी इकट्ठा करने जवाहर उद्यान की नर्सरी में गया हुआ था। जहां आरोपी संतोष निर्मलकर ने लकड़ी उठाने से मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ। उसके बाद पहले शंकर ने आरोपी के घुटने में पहले से चोट लगा था। उसी पर पत्थर फेंक दिया। इससे संतोष निर्मलकर तिलमिला उठा। शंकर को भी लगा कि अब संतोष पलटवार करेगा। यह सोचकर वह साईकिल लेकर भागने लगा। इसी दौरान संतोष ने दौड़कर शंकर के सिर पर डंडे से प्राणघातक हमला कर भाग निकला। शंकर वहीं पर लहूलुहान होकर गिर पड़ा और समय पर किसी की नजर नहीं पडऩे पर उसकी मौत हो गई।

गौरतलब हो कि जवाहर उद्यान में 26 जनवरी की दोपहर 83 वर्षीय बुजुर्ग की लाश मिलने की सूचना पर नेवई टीआई भारती मरकाम अपनी टीम के साथ पहुंची थी।  देर शाम पतासाजी करने पर पुलिस को बीएसपी से सेवानिवृत्त कर्मी शंकर सिंह मरोदा नेवई निवासी के रूप में शिनाख्त हुई थी। ठीक 16 दिन बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है।