Social Media पर धूम मचा रहा है गाना ‘काचा बादाम’, मूंगफली बेचने वाले गायक भुबन बादायकर ने अब पुलिस ऑफिसर्स का दिल जीता

पश्चिम बंगाल के एक छोटे से कस्बे में बादाम बेचने वाले भुबन बादायकर (Bhuban Badyakar) के गाने ‘काचा बादाम’ (Kacha Badam) की सोशल मीडिया परकी खूब चर्चा हो रही है. आम लोगों से लेकर सिलेब्रिटीज तक इंस्टाग्राम पर जमकर रील्स बना रहे हैं. इस गाने के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भुबन बादायकर रातोंरात स्टार बन गए हैं. हर तरफ ‘काचा बादाम’ (Kacha Badam singer) के साथ-साथ भुबन की चर्चा होने लगी है. गुरुवार को बंगाल पुलिस कं महानिदेशक मनोज मालवीय सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भबन बादायकर को राज्य सचिवालय नबान्न आमंत्रित किया. उनसे ‘काचा बादाम’ गाना सुना और उन्हें शॉल और फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया. भुबन बादायकर ने अपने गाने से पुलिस अधिकारियों का दिल जीत लिया.

बता दें कि भुबन बादायकर पश्चिम बंगाल में कुरालजुरी गांव के रहने वाले हैं. भुबन को तो पता भी नहीं था कि वह ‘काचा बादाम’ गाकर इंटरनेट सेंसेशन बन चुके हैं. उन्हें इसका अंदाजा तब हुआ जब दूर-दराज से लोग उनसे मिलने पहुंचने लगे. लोगों ने भुबन बादायकर के साथ वीडियो बनाकर शेयर करना शुरू कर दिया. इस तरह भुबन की पॉप्युलैरिटी तेजी से बढ़ने लगी.

भुबन बादायकर हाल ही एक म्यूजिक वीडियो में भी नजर आए, लेकिन उन्हें दुख है कि अब तक एग्रीमेंट का पैसा नहीं दिया गया है. इस बारे में भुबन ने बताया, ‘मैंने स्टूडियो में गाना गाया, लेकिन पैसे नहीं मिले. मेरे साथ 60 या 40 पर्सेंट का अग्रीमेंट हुआ, पर उसके भी पैसे नहीं मिले.’ भुबन के मुताबिक, उनसे कहा गया है कि उन्हें पैसे मिल जाएंगे, लेकिन कब मिलेंगे यह पता नहीं. ‘काचा बादाम’ गाने पर जमकर वीडियो बन रहे हैं. विभिन्न फिल्मी हस्तियां और मॉडल गाने पर वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भुबन ने बताया कि कच्चा बादाम बेचकर रोजाना 200 से 250 रुपये कमा लेते थे, लेकिन अब जब से वह फेमस हुए हैं तो लोग उन्हें रिकॉर्ड करने आते हैं और फिर उन्हें 500 या 2-3 हजार रुपये देकर चले जाते हैं. अब कोई इवेंट हो या फिर सरस्वती पूजा पंडाल, लोग भुबन बादायकर को बुलाते हैं और उन्हें गाना गाने पर पैसे भी देते हैं. तो इस तरह भुबन बादायकर का गुजारा चल रहा है. भुबन ने बताया कि यूट्यूब वाले आकर उन्हें कुछ-कुछ पैसे देकर गए हैं, लेकिन उन्होंने स्टूडियो में जो ऑडियो और वीडियो रिकॉर्ड किया है, उसका अभी तक उन्हें एक रुपया भी नहीं मिला है.