अंतराज्यीय सायबर ठगी के आरोपियों को पकड़ने में सरगुजा पुलिस को मिली सफलता, ATM कार्ड का नम्बर और ओटीपी पूछकर करते थे घटना को अंजाम

पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा और पुलिस अधीक्षक सरगुजा के मार्गदर्शन में सायबर फ्रॉड के मामले में की जा रही लगातार कार्यवाही।

सरगुजा 10 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। जिला सरगुजा में पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा अजय यादव, पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम काबले तथा अति. पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन में सायबर फॉड के मामलों पर लगातार कार्यवाहियों की जा रही है। इसी क्रम में थाना सीतापुर के अपराध कमाक 227 / 2021 की प्रार्थिया श्रीमती सुशीला टोप्पो जिनके साथ एटीएम कार्ड का 16 डिजिट का अक एक्सपायरी डेट तथा सीवीवी नंबर पुछकर तदुपरात ओटीपी नंबर पुछकर सायबर ठगों के द्वारा 40,000/- रूपये की ठगी की गई थी। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में एसडीओपी सीतापुर चन्द्रकान्त गर्वना, सायबर सेल नोडल अखिलेश कौशिक के द्वारा आरोपियों की पता तलाश हेतु टीम झारखण्ड पश्चिम बंगाल की ओर भेजी गई। जहां धनबाद तथा आसन सोल जिले के बार्डर में आरोपी पंकज रोहिदास, सुमित रोहिदास और रोहित रोहिदास को पकड़ने में सफलता मिली। आरोपियों के कब्जे से कुल 8 नग मोबाईल फोन की बरामदगी हुई।

पूछताछ करने पर आरोपीगणों के द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा किसी भी राज्य के किसी मोबाईल सर्विस प्रोवाईडर के द्वारा जारी मोबाईल नंबरस की शुरूआती 4 अंको को गुगल में सर्च करके पता कर लिया जाता है उसके उपरांत अगले 6 डिजिट उनके द्वारा रेन्डमली डाले जाते है जिस भी व्यक्ति को काल लगता है उसे वे कहते हैं कि आपका एटीएम ब्लाक हो गया है उसे दुबारा चालु करना है तो कार्ड, के पिछे का 16 डिजिट का अंक एक्सपायरी डेट तथा सीबीवी नंबर बताये उसके बाद मोबाईल वालेट कम्पनियों के वेबसाईट में जाकर पैसे की ठगी कर ली जाती है। तीनो आरोपियों के द्वारा अब तक भारत के विभिन्न राज्यों के सैकडो नागरिकों से लाखों रुपये की धोखाघडी किया गया है। अरोपियों के द्वारा ठगी से कमाए पैसों से जमीन खरीदना, घर बनाना, कार खरीदना इत्यादि बताया गया है। तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड हेतु आज दिनांक 08/02/2022 को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाता है।

सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक विजय प्रताप सिंह, उप निरी. विदयाभुषण भारद्धाज, सरफराज फिरदौसी, रूपेश नारंग, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान व अन्य पुलिसकर्मी सक्रिय रहे।