दुर्ग,10 फरवरी (वेदांत समाचार)। जिले में अब जल्द ही आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए वायरोलॉजी लैब शुरू होगी। लैब का निर्माण करीब-करीब पूरा हो चुका है। निर्माण की गुणवत्ता और कार्य प्रगति देखने के लिए दुर्ग कलेक्टर दुर्ग डॉ. एसएन भुरे ने यहां निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि लैब की तैयारियों का काम अंतिम चरण में है। जल्द ही लैब तैयार हो जाएगा।
बता दें कि दुर्ग में अब तक केवल एंटीजन टेस्ट की ही सुविधा थी। आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सैंपलों को रायपुर एम्स और मेडिकल कॉलेज भेजना पड़ता था। कोरोना काल में बड़ी संख्या में आरटीपीसीआर टेस्ट सैंपल पहुंचने पर यहां भी टेस्ट करने में कई दिन का समय लग जाता था। ऐसे में राज्य शासन ने दुर्ग जिले में भी एक लैब बनाने की स्वीकृति दी थी। इसका निर्माण कार्य लगभग 90 फीसदी तक पूरा हो चुका है।
संभाग स्तर का लैब
दुर्ग में बन रही वायरोलॉजी लैब संभाग स्तरीय लैब है। जिससे इसका फायदा दुर्ग के अलावा राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा और कबीरधाम को भी मिलेगा। यहीं पर सभी आरटीपीसीआर सैंपल की जांच होने के बाद टेस्ट रिपोर्ट भेजी जाएगी। भविष्य में जरूरत पड़ने पर इस लैब को और अपग्रेड करने की योजना है। जिससे कोविड के नए वैरिएंट या फिर अन्य वायरस आधारित बीमारियों का पता लगाया जा सकेगा।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के मुताबिक वायरोलॉजी लैब के साथ ही जिला अस्पताल में हमर लैब (hamar lab) का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। सभी तैयारियां काफी हद तक पूरी हो चुकी हैं। हमर लैब शुरू होने से मरीजों को 114 तरह की मुफ्त जांच की सुविधा मिलेगी।
[metaslider id="347522"]