‘फेसबुक प्रोटेक्ट’ के जरिए कैसे साइबर अटैक रोकेगी कंपनी, किन चुनिंदा लोगों को मिलेगा यह फीचर? जानिए सब कुछ

आए दिन विवादों में रहने वाली सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक (Facebook) अपने फेसबुक प्रोटेक्‍ट (Facebook Protect) के जरिए सायबर अटैक (Cyber Protect) रोकेगी. फेसबुक प्रोटेक्‍ट फीचर को भारत में लॉन्‍च कर दिया गया है. आसान भाषा में समझें तो यह अकाउंट से जुड़ा ऐसा फीचर है जो सायबर अटैक रोकने में मदद करेगा. इस फीचर की टेस्टिंग 2018 में शुरू हो गई थी, इसके बाद 2020 में अमेर‍िका में हुए राष्‍ट्रपति चुनाव में इसका इस्‍तेमाल अध‍िक इस्‍तेमाल किया गया. अब भारत में भी यह फीचर मौजूद है. जिसका इस्‍तेमाल किया जा रहा है. फेसबुक अपने इस फीचर को दुनिया के 50 देशों में पहुंचाने की तैयारी कर रही है.

कैसे काम करेगा फेसबुक प्रोटेक्‍ट?

फेसबुक धीरे-धीरे अपने चुनिंदा यूजर्स तक यह फीचर पहुंचा रहा है. फीचर को उपलब्‍ध कराने के लिए फेसबुक नोटिफ‍िकेशन भेजता है. इस दौरान यूजर से किसी तरह कोई डॉक्‍यूमेंट या कोई निजी जानकारी नहीं मांगी जाती. इस फीचर को 2 फैक्‍टर अथॉन्टिकेशन के जरिए एक्टिवेट किया जाता है. इसके जरिए ही सुरक्षा दी जाती है. आसान भाषा में समझें तो 2 फैक्‍टर अथॉन्टिकेशन के बाद यूजर की सुरक्षा के लिए मॉनिटरिंग शुरू हो जाती है. जिन यूजर्स को नोटिफिकेशन नहीं मिला है  उनके लिए कंपनी रजिस्‍ट्रेशन शुरू करने की योजना बना रही है.

किसे मिलेगा यह फीचर?

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फीचर खासतौर पर उन लोगों के लिए पेश किया गया है जिनके पास से किसी तरह की जानकारी के हैक होने का खतरा है. जैसे- पत्रकार, एक्टिविस्‍ट, मानवाधिकार कार्यकर्ता और सरकारी कर्मचारी. जिन यूजर्स को फेसबुक ने इसका नोटि‍फिकेशन भेजा है उन्‍हें इसे अनिवार्य तौर पर अपनाना होगा. ऐसा इसलिए भी है क्‍योंकि सायबर अटैक के रिस्‍क के आधार पर नोटिफिकेशन भेजा जा रहा है. अगर किसी यूजर को नोटिफिकेशन मिला है तो उसे 2 फैक्‍टर अथॉन्टिकेशन ऑन करना होगा. 

अगर यूजर एक तय सीमा में उस नोटिफिकेशन को स्‍वीकार नहीं करता है तो अकाउंट लॉक हो जाएगा. कंपनी का दावा है कि अकाउंट लॉक होने पर किसी तरह से यूजर के डाटा को नुकसान नहीं पहुंचेगा. 

क्‍यों लाया गया फेसबुक प्रोटेक्‍ट फीचर?

एक्‍सपर्ट कितना भी कहें कि पासवर्ड को लम्‍बा, स्‍ट्रॉन्‍ग और यूनीक बनाएं, लेकिन यह 100 फीसदी तक सुरक्ष‍ित नहीं होता. इसलिए भी इस फीचर को लाया गया है. इस फीचर के जरिए यूजर के अकाउंट को सुरक्षित बनाया जा सकेगा. आसान भाषा में समझें तो अगर किसी हैकर को आपका पासवर्ड मिल भी जाता तो भी वो अकाउंट तक नहीं पहुंच सकेगा  क्‍योंकि उसे 2 फैक्‍टर ऑन्टिकेशन का सामना करना पड़ेगा. 

हालांकि इस तरह प्रोटेक्‍शन को लेकर यूजर अभी भी गंभीर नहीं हैं. फेसबुक ने खुद ही इसकी पुष्टि की है. कंपनी का कहना है कि वर्तमान में सिर्फ 4 फीसदी यूजर ही 2 फैक्‍टर ऑन्टिकेशन का इस्‍तेमाल कर रहे हैं. यही वजह है कि कंपनी इसे अनिवार्य रूप से लागू करेगी. ऐसा न करने पर अकाउंट लॉक हो जाएगा.