राहुल गांधी के ‘भारत एक राष्ट्र नहीं’ वाले बयान पर घमासान, कई बीजेपी नेताओं और मंत्रियों ने की आलोचना

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) संसद में दिए अपने भाषण को लेकर केंद्रीय मंत्रियों सहित भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तमाम नेताओं के निशाने पर आ गए हैं. राहुल गांधी के जिस बयान की जमकर आलोचना हो रही है. उस बयान में उन्होंने अमीर और गरीब के बीच बढ़ती असमानताओं को लेकर सरकार को खरी-खरी सुनाई थी. इसके अलावा, ‘भारत एक राष्ट्र नहीं’ वाले बयान को लेकर भी वो लगातार आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं. कांग्रेस नेता अपने बोल को लेकर कई बीजेपी नेताओं के जुबानी हमलों की जद में आ गए हैं. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी (Union minister Pralhad Joshi) ने भी उनके चीन वाले बयान पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी एक कन्फ्यूज्ड और नासमझ नेता है.

प्रल्हाद जोशी ने कहा, ‘राहुल गांधी कहते हैं कि भारत एक राष्ट्र नहीं है. जबकि वो चीन की प्रशंसा करते हैं. जोशी ने कहा, ‘वह (गांधी) अपने वंश के कारण कांग्रेस नेता और सांसद बने. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लोगों का दिल जीता था. पीएम लोकतांत्रिक रूप से चुने गए लोकप्रिय नेता हैं. जोशी ने कहा, ‘राहुल बुद्धिहीन हैं. भारत एक देश ही नहीं है, ऐसा बोलते हैं. इनको सांस्कृतिक भारत के बारे में कुछ पता ही नहीं है.’

‘गलत नीतियों की वजह से भारत विरोधियों से घिरा’

लोकसभा (Lok Sabha) में राष्‍ट्रपति के अभिभाषण पर धन्‍यवाद प्रस्‍ताव पर अपनी बात रखते हुए बुधवार को राहल गांधी ने कहा था, ‘केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से भारत इस समय हर तरफ से विरोधियों से घिरा हुआ है. भारत का रणनीतिक लक्ष्य चीन और पाकिस्तान को अलग रखना होना चाहिए था, लेकिन आपने दोनों देशों को साथ मिला दिया है. यह भारत के लिए एक गंभीर खतरा है.’ राहुल गांधी ने कहा, ‘आज भारत पूरी तरह से अलग-थलग और घिरा हुआ है. हम श्रीलंका, नेपाल, बर्मा, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन से घिरे हुए हैं. हमारे विरोधी हमारी स्थिति को समझते हैं.’

विदेश मंत्री ने राहुल गांधी पर साधा निशाना

राहुल गांधी के इस बयान पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने उनकी आलोचना की. जयशंकर ने कहा, ‘राहुल गांधी ने लोकसभा में आरोप लगाया कि इस सरकार के कारण पाकिस्तान और चीन एकजुट हो गए हैं. कुछ ऐतिहासिक सबक इस प्रकार हैं- 1963 में, पाकिस्तान ने अवैध रूप से शक्सगाम घाटी को चीन को सौंप दिया था. चीन ने 1970 के दशक में POK के रास्ते से काराकोरम राजमार्ग का निर्माण किया. दोनों देशों के बीच 1970 के दशक से घनिष्ठ परमाणु सहयोग भी रहा है. 2013 में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शुरू हुआ. तो, अपने आप से पूछें कि क्या चीन और पाकिस्तान तब दूर थे?’.

क्या बोले कानून मंत्री किरेन रिजिजू?

वहीं, केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Union Law Minister Kiren Rijiju) ने भी गांधी को आड़े हाथों लिया और उनके उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने भारत के अमीरों और गरीबों के बीच एक बड़ी असमानता का जिक्र किया था. रिजिजू ने कहा, ‘राहुल गांधी को मैं सीरियसली नहीं लेता हूं. उनकी सोच और उनके बयान हमेशा बेतुके होते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘पहले वह (राहुल गांधी) भारत के ‘युवराज’ की तरह व्यवहार करते थे और अब उन्हें लगता है कि वह भारत के ‘किंग’ है.’

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