Facebook की शुरुआत 2004 में हुई थी और तब से, इसके डेली एक्टिव यूजर्स में भारी वृद्धि देखी गई है लेकिन Meta के रूप में खुद को रीब्रांड करने के बाद से इसने अपने मुनाफे में गिरावट देखी है. बुधवार को जारी तिमाही रिपोर्ट से इस बात पता चलता है. रिपोर्ट के मुताबिक WhatsApp और Instagram के लिए, यूजर ग्रोथ सपाट यानी ना के बराबर थी. फेसबुक ने हाल के सालों में कई विवादों को देखा है. लेकिन अब, जिस कंपनी को हाल ही में नए ऑरिजन मेटा के तहत लाया गया था, उसके यूजर बेस में गिरावट देखी जा रही है. फेसबुक के 17 साल के अस्तित्व में ऐसा पहली बार हुआ है कि इसका यूजर बेस वास्तव में कम हुआ है. मेटा द्वारा जारी तिमाही रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने पिछली तिमाही की तुलना में 2021 की चौथी तिमाही में लगभग आधा मिलियन ग्लोबल डेली यूजर्स को खो दिया.
हालांकि यह संख्या चौंका देने वाली नहीं है, इसके मौजूदा यूजर बेस 1.93 बिलियन की तुलना में, यह कंपनी के लाइफटाइम का पहला लोवेस्ट पॉइंट है, जबकि इसके पास इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप वाट्सऐप और इंस्टाग्राम भी है. द वर्ज ने बताया कि डेली एक्टिव यूजर्स में नुकसान उत्तरी अमेरिका (लगभग 1 मिलियन) में सबसे अधिक था, जहां विज्ञापन के माध्यम से सबसे अधिक कमाई होती है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि वाट्सऐप और इंस्टाग्राम जैसे दूसरे मेटा ऐप में, यूजर की वृद्धि काफी कम थी.
कंपनी को लगभग $ 200 बिलियन का नुकसान
बुधवार को मेटा की तिमाही रिपोर्ट ने भी तेजी से हाई कॉस्ट पोस्ट की लेकिन कमजोर रेवेन्यू का अंदाजा लगाया, इस बात ने इंवेस्टर्स को डरा दिया और कंपनी के वैलुएशन से लगभग 200 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ. घंटों के कारोबार के बाद मेटा का शेयर 22.9 फीसदी गिरकर 249.05 डॉलर पर आ गया.
मेटा अपने भविष्य के “मेटावर्स” प्रोजेक्ट में भारी निवेश कर रहा है. मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने इसे एक “वर्चुअल एनवायरमेंट” के रूप में बताया है जिसमें आप केवल एक स्क्रीन पर घूरने के बजाय खुद को शामिल कर सकते हैं. मेटावर्स एक ऐसी जगह होगी जहां लोग वर्चुअल रियलिटी हेडसेट, ऑगमेंटेड रियलिटी ग्लास, स्मार्टफोन ऐप या दूसरे टूल्स का उपयोग करके एक-दूसरे से मिल सकते हैं, काम कर सकते हैं और खेल सकते हैं.
[metaslider id="347522"]