बिलासपुर में कांग्रेस प्रवक्ता अपनी ही पार्टी के नेता के खिलाफ करेंगे मानहानि का दावा, जानिए क्यों ?

बिलासपुर ,1 फरवरी (वेदांत समाचार)। कांग्रेस प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कांग्रेस कमेटी के सचिव टाकेश्वर पाटले पर मानहानि का दावा करने की बात कहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी राजनीतिक हत्या करने की कोशिश की गई है. उन पर जो आरोप लगाए गए हैं उनसे दूर-दूर तक उनका वास्ता नहीं है. पिछले दिनों मस्तूरी थाना क्षेत्र में टाकेश्वर पाटले ने अपने घर में हुए डकैती (Robbery case at Congress leader house in Bilaspur ) में अभय नारायण राय की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए एसपी से शिकायत की थी.

अभय नारायण राय ने बताया कि बिना किसी सुबूत या साक्ष्य के टाकेश्वर पाटले ने उन पर आरोप लगाया और शिकायत के साथ ही मीडिया पर बयानबाजी की. उन्होंने कहा कि ‘वो कांग्रेस पार्टी के सच्चे सिपाही है. उन्हें पार्टी पर भरोसा है. पहले वे इस मामले को पार्टी फोरम में रखेंगे और वहां से अनुमति मिलने के बाद मानहानि का दावा कर केस दर्ज करवाएंगे.

ये था मामला

बिलासपुर के मस्तूरी थाना क्षेत्र में 13 जनवरी को दिनदहाड़े सुबह 11 बजे कांग्रेस नेता के घर 10 लोगों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया था. डकैत बाइक में सवार होकर देसी कट्टा और पिस्टल लेकर पहुंचे थे. डकैतों ने लगभग कैश ढाई लाख रुपए और इतने के ही जेवरात लूट लिए थे. डकैतों ने कांग्रेस नेता टांकेश्वर पाटले के परिवार की महिलाओं के हाथ-पैर बांधकर बंधक बनाने के बाद डकैती की घटना को अंजाम दिया था. मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया.

जमीन विवाद, पुरानी रंजिश और माता-पिता के जेल भेजे जाने से क्षुब्ध होकर आरोपी ने ओडिशा के हार्डकोर क्रिमनल के साथ डकैती की वारदात को अंजाम दिया था. मुख्य आरोपी खुद को जेल भेजे जाने से नाराज था. उसने कांग्रेस नेता से बदला लेने के लिए ओडिशा से डकैतों को बुलाकर डकैती कराई थी. पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 मोबाइल, 1 कट्टा, 1 पिस्टल और 5 हजार रुपये नकद जब्त किया था.

डकैती मामले में कांग्रेस नेता टाकेश्वर पाटले ने प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अभय नारायण के खिलाफ एसपी से शिकायत की थी. शिकायत में ये बताया गया कि डकैती की साजिश में कहीं ना कहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय शामिल हैं. इस मामले में सतनामी समाज ने भी अभय नारायण को जांच में शामिल कर पूछताछ करने एसपी को आवेदन दिया था. मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कांग्रेस नेता अभय नारायण राय की संलिप्तता नहीं होने की जानकारी दी गई.