देश भर के बीएड कॉलेजों को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) के नए नियमों के अनुसार अपनी लाइब्रेरी में कम से कम 4 हजार किताबें रखनी होंगी. यदि कोई कॉलेज इस नियम का पालन नहीं करता है, तो उस पर कार्रवाई कीजासकतीहै. काॅलेजों को अपनी लाइब्रेरी में NCERT, NCTE के अलावा कई अन्य किताबें रखनी होगी. इस संबंध में NCTE ने सभी बीएड काॅलेजों को निर्देश दिए हैं.
साथ ही परिषद ने बीएड काॅलेजों को निर्देश दिए हैं कि लाइब्रेरी में हर साल 100 नई अच्छी किताबें खरीद कर रखी जाएं. एनसीटीई नई शिक्षा नीति के अनुसार कई बदलाव कर रहा है. हाल ही में एक वर्षीय बीएड और एक वर्षीय एमएड कोर्स को भी NCTE ने मंजूरी दी थी. वहीं बीएड काॅलेजों में संसाधन केंद्र खोलने का भी प्रस्ताव भी राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से दिया गया है.
बीएड काॅलेजों में क्यों खोले जाएंगे संसाधन केंद्र?
बीएड काॅलेजों में खुलने वाले संसाधन केंद्रों में स्कूली बच्चों से संबंधित शिक्षक सामग्री तैयारी कराई जाएगी. ये सामाग्री बीएड करने वाले स्टूडेंट्स टीचर की मदद से तैयार करेंगे. केंद्र सभी दो वर्षीय और चार वर्षीय बीएड काॅलेजों में खोले जाएंगे. NCTE के अनुसार इससे बीएड करने वाले छात्रों को यह भी पता चलेगा कि स्कूल में बच्चों को किस तरह से पढ़ाया जाता है.