अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में आई तेज़ी! वैदिक मंत्रोच्‍चार के बाद जन्मभूमि परिसर में प्लिंथ निर्माण कार्य की रखी जाएगी आधारशिला

उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) जिले में राम मंदिर (Ram Mandir) के निर्माण का काम तेज़ी से चल रहा है. वहीं, वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बाद आज मध्यान काल के बाद जन्मभूमि परिसर में प्लिंथ निर्माण कार्य की आधारशिला रखी जाएगी. इसके चलते राम जन्मभूमि परिसर में आज से प्लिंथ निर्माण का काम शुरू होगा. दोपहर 2 बजे राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जन्मभूमि परिसर में पूजन करेंगे. हालांकि जन्मभूमि पर राफ्ट निर्माण का काम हो चुका है पूरा. राफ्ट के ऊपर लगाए जाएंगे 30 हजार बलुआ और ग्रेनाइट पत्थर पर प्लिंथ के ऊपर मंदिर का ढांचा तैयार होगा. प्लिंथ निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था L&T को दी गई है. प्लिंथ में बेंगलुरु के ग्रेनाइट पत्थर के साथ मिर्जापुर के पत्थरों के अलग-अलग ब्लॉकों की निर्धारित डिजाइन तैयार की जाएंगी.

दरअसल, खबरों के मुताबिक लगभग 6 महीने तक चलेगा प्लिंथ निर्माण का काम. राम मंदिर निर्माण में लगे कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टूब्रो, टीसीएस आज से शुरू करेगी प्लिंथ निर्माण का कार्य अब से कुछ ही घंटों बाद 2:00 बजे होगा पूजन शुरू होगा. ऐसे में अगले चरण के काम की शुरुआत के पहले ईश्वर की आराधना वैदिक ब्राह्मण करते हैं. साथ ही मां वसुंधरा की पूजन अर्चन उसी कड़ी में आज फिर किया जाएगा राम जन्मभूमि परिसर में प्लिंथ के निर्माण के आरंभ के पहले पूजन अर्चना होगा. प्लिंथ निर्माण के बाद ही होगा तरासे गए पत्थरों से मंदिर निर्माण

राम मंदिर की नींव पर खर्च हो चुके है करीब 200 करोड़ रुपए

वहीं, अयोध्या में स्थित राम मंदिर की नींव बनाने में अब तक दो सौ करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. इससे नींव की ढलाई हो चुकी है. अब नींव के ऊपर राफ्ट की ढलाई का काम भी पूरा कर लिया गया है. हालांकि अभी राफ्ट निर्माण का पूरा हो गया है. वहीं, आज ट्रस्ट के सदस्यों की मौजूदगी में दोपहर 2:00 बजे वैदिक ब्रह्मणों कोई द्वारा विधिवत पूजन कराने के बाद अगले चरण के कार्य का शुभारंभ किया जाएगा. प्लिंथ निर्माण का कार्य 6 महीने में पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसे में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मंदिर निर्माण के निमित्त होने वाले किसी भी नए कार्य को करने से पहले जन्मभूमि परिसर में पहले वैदिक ब्राह्मणों की उपस्थिति में विधि पूर्वक पूजा पाठ करने के बाद ही अगले चरण का कार्य आरंभ करता है.

राम मंदिर के निर्माण में कुल 11 सौ करोड़ खर्च होने का अनुमान

बता दें कि ट्रस्ट के अनुसार राम मंदिर निर्माण पर कुल 11 सौ करोड़ खर्च होने है, जबकि लगभग 3 हजार 700 करोड़ रुपये मिल चुके हैं. यह धनराशि PNB,SBI, बैंक आफ बड़ौदा के श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते में जमा है. फिलहाल अब तक हुए खर्च से ही रामजन्म भूमि पर 50 फीट नीचे से 48 लेयर की नींव तैयार हुई. इसकी ढलाई भी उच्चकोटि के इंजीनियर्ड फिल्ड मटीरियल से की गई है. नींव को पांच फीट मोटी एक और सतह से युक्त किया गया है. यह राफ्ट के रूप में है, राफ्टिग में कंक्रीट, विशेष किस्म की सीमेंट, पत्थरों का पाउडर आदि के मिश्रण का प्रयोग हुआ है, जिसके चलते मजबूती काफी बढ़ जाती है.

राजस्थान में भी हो रही पत्थरों की नक्काशी

गौरतलब है कि कार्यदायी संस्था L&T ने प्लिथ निर्माण की तैयारी पूरी कर ली. प्लिंथ निर्माण के लिए जन्मभूमि परिसर में पत्थरों को लिफ्ट करने के लिए 2 टावर क्रेन स्थापित किया गया हैं. वहीं, मंदिर निर्माण में प्रयोग होने वाले तीस हजार घन फीट पत्थर बेंगलुरू से और तकरीबन 35 हजार घन फीट पत्थर मिर्जापुर से पहुंच चुके हैं. इसमें कुल 5 लाख घन फीट पत्थर का इस्तेमाल होना है. वहीं, राम मंदिर के 25 वर्ग फीट क्षेत्र में बनने वाले परकोटे में भी रामायण के करीब एक हजार प्रसंगों को शिलाओं पर उकेरा जाएगा. इसके अलावा रामकथा के 125 प्रसंगों को भी कलाकार अपनी कलाओं से इन पत्थरों पर लिखेंगे. राम घाट स्थित कार्यशाला और राजस्थान में भी पत्थरों को तराशने का काम चल रहा है.

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