दमोह में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। पटेरा ब्लॉक के पड़री सहजपुर गांव में एक युवक ने उंगली काटकर देवी मां को अर्पित कर दी। संतान नहीं होने से परेशान होकर उसने देवी की उपासना की। मन्नत पूरी होने पर उंगली चढ़ाने की कसम खाई। संयोग से कुछ समय में उसे एक बेटा हुआ। दो साल बाद उसे दूसरा बेटा हुआ। बेटों के जन्म के बाद वह मन्नत भूल गया, लेकिन कुछ दिन पहले अचानक याद आया, तो बुधवार रात देवी मंदिर पहुंचा। बाएं हाथ की एक उंगली काट कर चढ़ा दी।
एक सप्ताह से हो रहा था अंगुली काटने का मन
जिला अस्पताल में भर्ती घायल महेंद्र ने बताया कि शादी के बाद उसके यहां कुछ साल तक बच्चे नहीं हुए। इसके बाद उसने देवी से मन्नत मांगी थी कि यदि उसके यहां बच्चे का जन्म होगा तो वह अपनी उंगली काट कर उन्हें समर्पित कर देगा। उसकी मन्नत पूरी हुई। उसके यहां दो बेटों का जन्म हुआ। एक बेटा 10 साल का है और दूसरा बेटा 8 साल का है। एक सप्ताह पहले से उसे अचानक मन में लगने लगा कि उसे अपनी मन्नत पूरी करनी चाहिए। उसने सुबह देवी मंदिर में जाकर अंगुली काटकर देवी मां को चढ़ा दी। महेंद्र का कहना है कि उसे घबराहट हो रही है।
साथ ही, वह यह भी कह रहा है कि अंगुली काटने पर उसे कोई दर्द नहीं हो रहा है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने युवक को अस्पताल भिजवाया और उसके द्वारा काटी गई अंगुली भी जब्त कर ली है।
लोगों ने दी पुलिस को सूचना
मंदिर में दर्शन करने पहुंचे लोगों ने 43 साल के महेंद्र अहिरवार को मंदिर परिसर में खून से लथपथ देखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केंद्र ले गई और उसके बाद जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया।
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