मशहूर कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज (Pandit Birju Maharaj) का 83 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनके रिश्तेदारों ने सोमवार सुबह इसकी जानकारी दी। बताया गया कि बिरजू महाराज का निधन दिल (Pandit Birju Maharaj heart attack) का दौरा पड़ने से हुआ है।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बिरजू महाराज का दिल्ली स्थित उनके आवास पर रविवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उस वक्त वह अपने पोते के साथ खेल रहे थे। बताया जा रहा है कि उसी दौरान बिरजू महाराज की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गए। बिरजू महाराज को तुरंत ही साकेत हॉस्पिटल ले जाया गया।
डॉक्टरों ने जांच के बाद बिरजू महाराज को मृत घोषित कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिरजू महाराज को कुछ दिन पहले ही किडनी संबंधित एक बीमारी के बारे में पता चला था और उसी वक्त से वह डायलिसिस पर चल रहे थे।
लखनऊ के कालका-बिनादिन घराने में जन्म
बिरजू महाराज का असली नाम बृज मोहन नाथ मिश्रा था। उनका जन्म 14 फरवरी 1938 को लखनऊ के कालका-बिनादिन घराने में हुआ था, जिसका ताल्लुक कथक डांस से है। वह सिर्फ नर्तक ही नहीं बल्कि एक कोरियॉग्रफर और कंपोजर और गायक भी रहे।
13 की उम्र से कथक सिखाना शुरू
बिरजू महाराज ने मात्र 13 साल की उम्र से ही कथक सिखाना शुरू कर दिया था। उन्होंने दिल्ली स्थित संगीत भारती और भारतीय कला केंद्र में कथक सिखाया। उन्हें संगीत नाटक अकेडमी अवॉर्ड, पद्म विभूषण, कालिदास सम्मान और लता मंगेशकर पुरस्कार जैसे सम्मानों से नवाजा गया।
कई फिल्मों में कोरियोग्राफ की जुगलबंदी
बिरजू महाराज ने कुछेक फिल्मों में भी कोरियोग्राफ किया। उन्होंने माधुरी दीक्षित को कई फिल्मों में कोरियोग्राफ किया, जिसमें ‘देवदास’, ‘दिल तो पागल है’ शामिल हैं।
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