पति ने पूर्व पति से अवैध संबंधों के चलते की हत्या

इंदौर पुलिस ने दो दिनों पहले में शहर में हुए मां और बेटे के डबल मर्डर की गुत्थी सुलझा ली है। बाणगंगा पुलिस ने हत्या के बाद फरार आरोपी का 400 किमी पीछा कर ग्राम सिरसौली जिला अकोला महाराष्ट्र से किया गिरफ्तार कर लिया। गहरी नींद में सो रही पत्नी व सौतेले पुत्र को पहले गैस टंकी से सिर पर मारा फिर चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी थी। आरोपित ने पत्नी के पूर्व पति से अवैध संबंधों के कारण हत्या कर दी थी। पुलिस ने मोबाइल फोन की रिकार्डिंग को मराठी में हिंदी में अनुवाद कराए जाने पर अवैध संबंधों का खुलासा हुआ था।

फरियादी मंगेश पिता अनंतराव गावंडे ने 12 जनवरी को शिकायत दर्ज कराई थी कि वह गणेश धाम कालोनी में किराये के मकान में रहता है। तीन दिन पूर्व उसके परिचित कुलदीप दिगे अपनी पत्नी शारदा गुर्जर व पुत्र आकाश के साथ जिला अकोला महाराष्ट्र से इंदौर में काम की तलाश में उसके पास आए थे, जो उसके साथ ही उसके कमरे पर रुके थे। शाम को करीबन साढ़े चार बजे जब वह काम से वापस कमरे पर आया तो उसे कमरे में शारदा गुर्जर व आकाश की खून से सनी हुई लाशें मिली एवं शंका जाहिर की कि कुलदीप दिगे दोनों की हत्या कर मौके से फरार हो गया है।

घटनास्थल पर मिले साक्ष्य के आधार पर पाया कि मृतिका शारदा व मृतक आकाश का धारदार हथियार से गला काट गाया है एवं कमरे में मिली गैस की टंकी से दोनों के सिर पर मारकर भी चोट पहुंचाई गई है। मृतिका शारदा व मृतक आकाश के शव का परीक्षण अरविंदो अस्पताल से कराया गया, जिसमें दोनों की हत्या की जाने की पुष्टि हुई। घटना के मुख्य साक्षी मंगेश गावंडे से प्रकरण के संबंध में पूछताछ की गई। मंगेश गावंडे के द्वारा आरोपी कुलदीप दिगे व मृतिका शारदा व मृतक आकाश गुर्जर को ग्राम सिरसौली जिला अकोला महाराष्ट्र का होना बताया एवं मृतिका शारदा व आरोपी कुलदीप दिगे से कुछ दिन पूर्व ही उसके मोबाईल फोन पर संपर्क करना बताया ।

मंगेश गावंड़े एवं आरोपी कुलदीप दिगे के बिच घटना दिनांक को शाम चार बजे मोबाईल फोन पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग्स को सुनने पर मराठी भाषा में हुई उक्त बातचीत को मराठी भाषी व्यक्ति से हिंदी मे अनुवाद करवाया गया, जिसमें मंगेश गावंडे एवं मृतिका शारदा के बिच अवैध संबंधों का खुलासा हुई, बातचीत में आरोपी कुलदीप नें मंगेश से कहा कि -मेरा जीवन अच्छा चल रहा था तुने हमको इंदौर क्यों बुलाया, शारदा तो हरामी है ही लेकिन तुमने मेरे साथ गद्दारी की, तुम भी मरोगे और मैं भी मरुंगा आज ही, कमरे की चाबी संडास के बाजू में खांड में रखी है, दरवाजा खोलो, आपको उसके पास में नींद अच्छी आएगी, तुम शारदा के पास ही रहना अब।

साक्षी मंगेश गावंडे से उक्त कॉल रिकार्डिंग के आधार पूछताछ किए जाने पर मंगेश गावंडे के द्वारा बताया गया कि वह पिछले तीन सालों से शारदा को जानता है एवं कुलदीप के पहले शारदा मंगेश के साथ ही करीबन छह माह तक रही थी और इसलिए मंगेश ने शारदा को अपने साथ मे रहने के लिए इंदौर बुलवाया था। शारदा कुलदीप दिगे से पीछा छुड़ाना चाहती थी, लेकिन कुलदीप उसको नही छोड़ रहा था, इसी बात पर दोनों का झगड़ा भी होता था। आरोपी कुलदीप दिगे हत्या करने के बाद में मंगेश के नाम की सीम वाला मोबाईल लेकर गया है। उक्त आधार पर कुलदीप के मोबाईल की लोकेशन निकलवाई गई।

आरोपी कुलदीप दिगे के मोबाईल नंबर को ट्रेस करने पर लोकेशन निंबोरा जिला जलगांव (महा.) की मिली । उक्त लोकेशन को गुगल मैप पर ट्रेस करने पर निंबोरा रेल्वे स्टेशन के पास होना पाया। मोबाईल लोकेशन के समय के आधार पर खंडवा व भुसावल स्टेशन के बीच ट्रेन सर्च करने पर निंबोरा रेल्वे स्टेशन के पास में कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन की लोकेशन मिली। साक्षी मंगेश के अनुसार आरोपी अपने घर जाने के लिये भुसावल रेल्वे स्टेशन पर उतरकर अकोला के लिए ट्रेन या बस का उपयोग करेगा। बाद में दोबारा आरोपी कुलदीप के मोबाईल की लोकेशन प्राप्त करने पर जिला अकोला जाने वाले रुट पर ग्राम मल्कापुर एवं ग्राम शेगांव जिला बुलढाना (महा.) की मिली, जिसके आधार पर पाया कि आरोपी कुलदीप भुसावल से अकोला बस के माध्यम से जा रहा है।

पुलिस टीम के द्वारा लगातार मोबाईल लोकेशन के आधार पर 400 किमी का दुर्गम सफर मात्र आठ घंटे में तय किया एवं आरोपी कुलदीप दिगे के उसके निवास के पते ग्राम सिरसौली पहुचने के पहले ही ग्राम सिरसौली पहुचकर लोकेल पुलिस चौकी अडगांव थाना हिवरखेड की सहायता से आरोपी कुलदीप दिगे की धर-पकड़ हेतु जाल बिछाया। कुलदीप दिगे जैसे ही अपने घर गांव सिरसौली पहुंचा पुलिस टीम के द्वारा आऱोपी कुलदीप दिगे पिता विश्वनाथ दिगे उम्र 22 साल निवासी ग्राम लोनाग्रा थाना उरळ जिला अकोला महाराष्ट्र को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।

कुलदीप दिगे से घटना के संबंध में पूछताछ की गई जिसने बताया कि मृतिका शारदा गुर्जर के साथ में उसकी शादी दो वर्ष पूर्व हुई थी। उसकी शादी के पूर्व में शारदा के चार पति रहे है। शारदा का पहला पति तानाजी लोकरे निवासी सिरसोली था जिससे कोई संतान नहीं थी। दूसरा पति मदन कारंडे निवासी अकोला से हुई जिससे पुत्र गणेश हुआ। तीसरा पति विजय गुर्जर निवासी ग्राम खामगांव था जिससे पुत्र आकाश (मृतक) हुआ था । चौथा पति मंगेश गावंडे था जिसके साथ में करीबन छह माह रही थी। उसके बाद में पांचवा पति कुलदीप दिगे (आरोपी) था जिसके साथ में उसकी शादी दो साल पूर्व हुई थी तब से ही शारदा और उसका पुत्र आकाश उसके साथ पिछले दो साल से रह रहे थे। मृतिका शारदा गुर्जर नें नए साल में एक जनवरी से मंगेश गावंडे पुनः बातचित शुरू कर दी थी एवं कुछ दिन पूर्व शारदा गुर्जर नें काम की तलाश हेतु पूछा तो मंगेश गावंडे ने इंदौर आने के लिए कहा तब कुलदीप दिगे एवं शारदा गुर्जर व उनका 11 वर्षीय पुत्र आकाश इंदौर काम की तलाश में अकोला महाराष्ट्र से इंदौर आ गए।

दोनों मंगेश गावंडे के साथ ही उसके कमरे पर गणेश धाम कालोनी में रुके हुए थे। मृतिका शारदा एवं मंगेश गावंडे की बीच बढ़ती नजदिकियों के कारण कुलदीप दिगे परेशान हो गया था एवं शारदा और मंगेश गावंडे के बीच पुनः अवैध संबंध स्थापित हो गए और शारदा आरोपी कुलदीप दिगे को छोड़ने की धमकी देने लगी थी। इसी के चलते कुलदीप ने 12 जनवरी को सुबह करीबन सात बजे मंगेश गावंडे के काम पर जाने के बाद में कमरे मे सो रहे शारदा व आकाश को पहले गैस टंकी से सिर में मारा फिर कमरे मे रखे सब्जी काटने के चाकू से दोनों का गला काट कर उनकी हत्या कर दी ।