यूपी 14 जनवरी (वेदांत समाचार)। (UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मकर संक्रांति पर गोरखपुर (Gorakhpur) में एक दलित परिवार के साथ भोजन किया. 40 वर्षीय अमृत लाल बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता हैं और सीएम योगी ने उनके घर पर आज मकर सक्रांति के मौके पर जमीन में बैठकर भोजन किया. आज सीएम योगी की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई हैं और सीएम योगी कल ही दिल्ली में बीजेपी की अहम बैठक से वापस लौटे हैं. वहीं पिछले 3-4 दिनों में योगी कैबिनेट के तीन मंत्री समेत एक दर्जन से ज्यादा बीजेपी विधायक पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं.
आज भोजन के बाद पत्रकारों से बातचीत में योगी आदित्यनाथ ने कहा, मकर संक्रांति के मौके पर मैं इस अनुसूचित जाति के कार्यकर्ता अमृत लाल भारती और उनके परिवार के सदस्यों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे खिचड़ी खाने के लिए अपने घर आमंत्रित किया है. वह यहां सामाजिक मुद्दों पर काम कर रहे हैं। आज खिचड़ी सहभोज के कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने विकास, समृद्धि और राष्ट्रवाद के अभियान को आगे बढ़ाने, सामाजिक समानता के मंत्र को अपनाते हुए और पीएम मोदी के ‘सबका साथ-सबका विकास’ को आगे बढ़ाने का कार्य किया है. सीएम योगी ने कहा कि यह कार्यक्रम बाबा साहब के उस संदेश को लोगों तक ले जाने के अभियान के तहत हुआ है.
सीएम योगी अकसर दलित और जनजातियों के बीच मनाते हैं त्योहार
असल में सीएम योगी त्योहारों को दलित और जनजातियों के बीच मनाते हैं. इससे पहले भी वह कई बार दलित कार्यकर्ताओं के घर में जाकर भोजन कर चुके हैं. जबकि दिवाली के मौके पर वह वनटांगियों के बीच गए थे और वहां पर उन्होंने दिवाली मनाई थी. हालांकि सियासी दल चुनाव होने के कारण इससे सियासी मायने निकाल रहे हैं. वहीं कहा जा रहा है कि बीजेपी ने मतदाताओं को लुभाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया है.
अमित शाह और जेपी नड्डा कर चुके हैं भोजन कार्यक्रम की शुरुआत
पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेता अमित शाह और जेपी नड्डा ने भी यूपी में दलित और पिछड़े वर्ग के घर में भोजन करने के कार्यक्रम की शुरुआत की थी और ये प्रयोग सफल भी रहा. वहीं पश्चिम बंगाल चुनाव में भी बीजेपी ने इसी तरह के कार्यक्रम चलाए थे और वह दलित और पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करे में सफल भी हुए थे.
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