पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) का शंखनाद हो गया है. इसको लेकर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए डोर टू डोर चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजन अरविंंद केजरीवाल ने (Arvind Kejriwal) ने अपनी पार्टी की पंजाब इकाई के लिए बुधवार को इस अभियान की शुरुआत की. जिसके तहत अरविंंद केजरीवाल पंजाब के मोहाली जिले स्थित खरड़ विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे. यहां उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ घर- घर जाकर मतदाताओं को पार्टी के एजेंडे के बारे में बताया.
पंजाब में 14 फरवरी को है मतदान, कोरोना की वजह से रैलियों के आयोजन पर रोक
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने कार्य्रकम जारी कर दिया है. इसके तहत पंजाब की 117 सीटों पर एक चरण में मतदान होना है और 14 फरवरी को वोट डालें जाएंगे. हालांकि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस बार कई अहम फैसले लिए हैं. जिसके तहत चुनाव आयोग ने बड़ी रैलियों के आयोजन पर रोक लगाई हुई है. हालांकि राजनीतिक दल वर्चुअल रैली आयोजित कर सकती हैं.
अब तक 109 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है आम आदमी पार्टी
पंंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी लंबे समय से तैयारी क रही है. जिसके तहत बीते रविवार को आम आदमी पार्टी ने चुनाव के लिए उम्मीदवारों की नौंवी सूची जारी की थी. जिसमें आम आदमी पार्टी ने पांच उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था. इस सूची के जारी होने के बाद आम आदमी पार्टी पंजाब की 117 विधानसभा वाली सीटों के लिए अपने 109 उम्मीदवारों के नाम जारी कर चुकी है.
2017 में 20 सीटें जीती थी आम आदमी पार्टी, इस चुनाव में मानी जा रही है मजबूत
पंजाब में वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी दूसरी बड़ी पार्टी बन कर उभरी था. 117 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी के 20 उम्मीदवार विजय रहे थे. तो वहीं उससे पूर्व पंजाब में सरकार चला रहे अकाली दल और बीजेपी गठबंधन को 18 सीटें मिली थी. जबकि कांग्रेस के 77 उम्मीदवार विजय हुए थे. स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई थी, लेकिन बीते दिनों कांंग्रेस में जारी असंतोष के बाद पार्टी आलाकमान ने कैप्टन अमरिंंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था. जिसके बाद चरणजीत सिंंह चन्नी मुख्यमंत्री बनाए गए थे. वहीं इसके बाद भी कांग्रेस में असंतोष की खबरें सामने आती रही हैं, वहीं किसाना आंदोलन के चलते अकाली दल और बीजेपी गठबंधन टूट चुका है. ऐसे में आम आदमी पार्टी को इस विधानसभा चुनाव में मजबूत माना जा रहा है
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