कटघोरा : अधिवक्ता संघ ने पुलिसकर्मियों की कुत्सित कार्यशैली पर लगाए आरोप, SP को पत्र लिख उचित कार्यवाही की हुई मांग

कोरबा/कटघोरा 12 जनवरी (वेदांत समाचार)। अब अधिवक्ता संघ भी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की कुत्सित कार्यशैली से रुष्ट नजर आ रहा है।संघ के पदाधिकारियों ने जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को पत्र प्रेषित किया है जिसमे पुलिसकर्मियों पर उचित कार्यवाही की मांग करने के साथ पुलिसकर्मियों को उचित दिशा निर्देश देने का ज़िक्र किया गया है।जिले में कुछ पुलिसकर्मियों की अनुचित कार्यशैली से न्यायसंगत ईमानदार पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल की छवि धूमिल हो रही है।पुलिस अधीक्षक को ऐसे बेपरवाह अधिकारियों व पुलिसकर्मियों पर नकेल कसने की नितान्त आवश्यकता है ताकि आमजन का पुलिस पर भरोसा बरकरार बना रहे।

कटघोरा अधिवक्ता संघ के सदस्यों द्वारा लगातार संघ के पदाधिकारियों को अवगत करा शिकायत दी जा रही है कि संबंधित थाना चौकी के पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी आरोपी पक्ष से निजी आर्थिक लाभ अर्जित करने के आशय से कुछ विशेष अधिवक्ताओं का नाम चयनित कर उन्हें ही समस्त न्यायालयिन कार्य संपादित करने का अवसर प्रदान करते हैं, जिसके एवज में सम्बंधित अधिवक्ता के द्वारा उन्हें आरोपी पक्ष से ली गई अपनी फीस का अधिकांश हिस्सा उन पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को दिया जाता है।उपरोक्त कारणों से आरोपी पक्ष के मूल अधिवक्ता अपने ही पक्षकार के विधिक कार्यो को करने से वंचित हो जाते है तथा उन्हें आर्थिक क्षतियो का सामना करना पड़ता है।अधिवक्ता संघ के सदस्यों की माने तो उक्त कार्यो में थाना कुसमुंडा एवं थाना दीपका का नाम प्रमुख रूप से प्रख्यात है।प्रत्येक चालान पेश करने एवं पास कराने के नाम पर सम्बंधित थानों के पेशगारो के द्वारा पक्षकारो से 1500 से 2000 रु की मांग की जाती है व नही दिए जाने पर चालान नही पेश करने एवं अन्य कई तरह की धमकियों से पक्षकारो को परेशान किया जाता है।जबकि प्रत्येक चालान को पेश करने की जिम्मेदारी विवेचक की होती है।प्रत्येक चालानों को पूरे तरीके से पूर्ण कर माननीय न्यायालय में पेश करना विवेचक का काम होता है।उसके बावजूद भी पक्षकार को परेशान करने के नियत से अवैध तरीकों से पक्षकार से रकम की मांग की जाती है, जिससे कई दफा पक्षकार पुलिस के डर से अपनी अमूल्य वस्तु को बेचकर पुलिस को रकम देने मजबूर हो जाता है।

अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने आगे बताया कि इसके अलावा भी सम्बंधित थाना चौकियों में आरोपियों के विरुद्ध होने वाले प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों में पुलिसकर्मियों के द्वारा निजी लाभ अर्जित करने के आशय से सम्बंधित अधिवक्ताओं को उपरोक्त प्रकरणों में पैरवी करने से वंचित रखने का प्रयास करते हुए स्वयं ही कार्यपालिका दंडाधिकारी व अनुविभागीय दंडाधिकारी के न्यायालयों में मुचलका व जमानत कराते देखा गया है।जो कि पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों का उपरोक्त कृत्य अशोभनीय व अनुचित है।

अधिवक्ता संघ कटघोरा में संघ के अधिवक्ताओं के द्वारा उपरोक्त विषय पर लगातार दिए जा रहे शिकायतों पर संघ ने गम्भीरता से विचार करते हुए उपरोक्त विषयक शिकायत पत्र कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को प्रेषित कर उचित कार्यवाही की मांग की है साथ ही संघ ने पुलिस अधीक्षक से सभी थाना चौकी के पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को उचित दिशा निर्देश प्रदान करने विनम्र आग्रह किया है।