IND VS SA: बल्लेबाजों से खफा हुए बैटिंग कोच विक्रम राठौर, बोले-टीम इंडिया बेहद खराब खेली

केपटाउन (Cape Town Test) के पहले दिन तेज गेंदबाजों का जलवा दिखाई दिया. कागिसो रबाडा और मार्को यानसन ने तेज उछाल भरी पिच का भरपूर फायदा उठाया और टीम इंडिया की पहली पारी महज 223 रनों पर सिमट गई. हालांकि भारत की ओर से कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने बेहतरीन बल्लेबाजी की. विराट कोहली ने शानदार अर्धशतक जमाते हुए 79 रन बनाए. बड़ी बात ये है कि विराट कोहली ने ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों को छोड़ा और मौका मिलते ही उन्होंने कवर ड्राइव भी लगाए. विराट कोहली भले ही शतक तक नहीं पहुंच सके लेकिन इसके बावजूद उनकी पारी को बैटिंग कोच विक्रम राठौर (Vikram Rathour) ने बेहतरीन करार दिया है. हालांकि वो टीम इंडिया की बल्लेबाजी से बेहद निराश दिखे.

विक्रम राठौर ने भारतीय बल्लेबाजी को बेहद खराब बताया. विक्रम राठौर ने माना कि केपटाउन की पिच पर बल्लेबाजी मुश्किल थी लेकिन बैटिंग कोच के मुताबिक इस पिच पर 50 से 60 रन ज्यादा बनाए जा सकते थे. विक्रम राठौर ने कहा, ‘ये चुनौतीपूर्ण हालात हैं, जहां रन बनाना आसान नहीं है. लेकिन आप सही हो, हम काफी खराब खेले. हम 50-60 और रन जोड़ सकते थे, हम कम से कम यही उम्मीद कर रहे थे.’ बता दें विराट कोहली के अलावा पुजारा ने 43 रन बनाए लेकिन दूसरे बल्लेबाज नाकाम साबित हुए. रहाणे, केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, ऋषभ पंत सभी बड़ा स्कोर नहीं बना सके.

विराट कोहली की बल्लेबाजी के कायल हुए बैटिंग कोच

विक्रम राठौर हालांकि कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी से संतुष्ट दिखे और उन्होंने उनकी तारीफ की. मैच के बाद राठौर ने कहा कि विराट कोहली को ऑफ साइड खेल में और अधिक अनुशासित होने का फायदा मिला. राठौर ने मैच के बाद मीडिया बातचीत में कहा, ‘कोहली जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे, उसमें कोई भी चिंता नहीं थी, मेरा मतलब है कि वह हमेशा ही अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, बल्लेबाजी कोच के तौर पर मैंने यही सोचा, मैं कभी भी इस बारे में चिंतित नहीं था कि वह अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर रहे, वह नेट पर अच्छा कर रहे थे, वह मैच में भी अच्छा दिख रहे थे, वह अच्छी शुरुआत हासिल कर रहे थे.’

राठौर ने आगे कहा, ‘आज एक अच्छा मौका रहा, वह काफी अधिक अनुशासित थे, मैं इससे सहमत हूं कि वह काफी अच्छा कर रहे थे जिसमें कुछ भाग्य का भी साथ रहा, वह इसे बड़ी पारी में बदल सकते थे, लेकिन वह जिस तरह से खेले, मैं उससे खुश था.’