वेस्टइंडीज की जमीन पर 14 जनवरी से आईसीसी अंडर-19 विश्व कप (ICC Under-19 World Cup) की शुरुआत हो रही है. इस विश्व कप के अभी वार्म अप मैच खेले जा रहे हैं और लगभग सभी टीमें इस टूर्नामेंट के लिए वेस्टइंडीज पहुंच गई हैं. लेकिन अफगानिस्तान क्रिकेट टीम (Afghanistan Cricket Team) का इस विश्व कप में भाग लेना मुश्किल लग रहा है क्योंकि तालिबान शासित देश के खिलाड़ियों ने अभी तक टूर्नामेंट में भाग लेने के लिये वीजा नहीं लिया हे. अफगान टीम अभी तक कैरेबियाई देश नहीं पहुंची है जिसकी वजह से आईसीसी को इंग्लैंड के खिलाफ सोमवार और यूएई के खिलाफ 12 जनवरी को उसके अभ्यास मैच रद्द करने पड़े.
अफगानिस्तान को टूर्नामेंट का पहला मैच 16 जनवरी को जिम्बाब्वे से खेलना है. आईसीसी ने एक बयान में कहा ,‘‘ अफगानिस्तान टीम वीजा लेने में विलंब के कारण अभी तक वेस्टइंडीज नहीं पहुंची है. मामले का हल निकालने की कोशिशें जारी है.
कारण अनजान
आईसीसी ने हालांकि यह नहीं बताया कि वीजा लेने में दिक्कत किन कारणों से आई. आईसीसी के टूर्नामेंट प्रमुख क्रिस टेटली ने कहा ,‘‘अफगानिस्तान टीम वीजा मिलने में विलंब के कारण अभी तक वेस्टइंडीज नहीं पहुंची है . मामले का हल निकालने के लिये बातचीत जारी है.’’
वेस्टइंडीज जाने के लिए अधिकांश लोगों को अमेरिका का ट्रांजिट वीजा चाहिए होता है. तालिबान के अफगानिस्तान में सत्तारूढ होने के बाद वहां से अंतरराष्ट्रीय यात्रा मुश्किल हो गई है .
टेटली ने कहा ,‘‘हमने अभ्यास मैचों का कार्यक्रम फिर से तैयार किया है ताकि टीमें अपनी तैयारी कर सकें .’’इंग्लैंड की टीम अब यूएई से 11 जनवरी को खेलेगी.
ऐसा है कार्यक्रम
अफगानिस्तान को 16 जनवरी को जिम्बाब्वे के खिलाफ होने वाले मैच के बाद 18 जनवरी को पापुआ न्यू गिनी से भिड़ना है. इसके बाद उसका सामना 20 जनवरी को पाकिस्तान से होगा. अफगानिस्तान को इन सभी टीमों के साथ ग्रुप-सी में रखा गया है.
राशिद खान ने की थी अपील
अफगानिस्तान की सत्त जब से अफगानिस्तान के हाथों में आई है ये देश मुश्किलों में पड़ गया है. इसका असर देश की क्रिकेट पर भी पड़ा है. तालिबान के आने के बाद से अफगानिस्तान की सीनियर टीम के मुख्य खिलाड़ी राशिद खान ने ट्विटर पर सरेआम पूरे विश्व से अपने देश को बचाने की अपील की थी.तालिबान ने अफगानिस्तान की महिला क्रिकेट के खेलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था.
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