जिला अस्पताल परिसर में शुरू होगा 100 बिस्तर का कोविड अस्पताल

कोरबा (9 जनवरी (वेदांत समाचार)। जिला अस्पताल से लगे हुए जिस अस्पताल में बालाजी अस्पताल संचालित था वहां अब 100 बिस्तर का कोविड-90 अस्पताल शुरू किया जाएगा। स्याही मुड़ी में चल रहे सिपेट के 400 में से 100 बेड यहां स्थानांतरित किया जाएगा, सभी आक्सीजन सुविधा युक्त होगा। मेडिक कालेज के चिकित्सक यहां अपनी सेवाएं देगे। यह बताना होगा कि पहले पब्लिक प्रायवेट पार्टनरशीप के आधार पर सर्वसुविधा युक्त बालाजी अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। इस भवन में बिस्तर को छोड़ सभी संसाधन उपलब्ध है। इस माह के अंदर यहां अस्पताल शुरू हो जाएगा।

दूसरी लहर से भले ही कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण की गति तेज हो पर राहत की बात यह है कि आक्रमकता कम है। अब तक मिले संक्रमितों में 15 मरीजों को ही ईएसआइसी अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आई है। यह भी सुखद है कि आक्सीजन की कमी वाले मरीजों संख्या नगण्य है। इसके बावजूद प्रशासन कोविड संक्रमण के हर स्थिति से निपटने पूरी तरह तैयार है। ईएसआइसी के हास्पिटल के पहले 35 बेड में आक्सीजन सुविधा जो बढ़कर सभी 145 बेड में हो गए हैं।

तीन जनवरी को 41 संक्रमित के साथ तीसरी लहर की कहर शुरू हुई है। इसके पहले तक इक्के दुक्के ही पाजिटिव केस मिल रहे थे। हर दिन संक्रमितों की संख्या दोगुने से भी अधिक रफ्तार से बढ़ रही है। संक्रमित मरीजों में ज्यादातर होम आइसोलेशन में हैं। वैक्सीनेशन की वजह से संक्रमण का असर अधिक नहीं दिखाई दे रहा। यही वजह है कि प्रशासन का ध्यान संक्रमण को नियंत्रित करने के साथ वैक्सीनेशन पर भी केंद्रित है। पिछले दो लहर के दौरान प्रशासन ने कई सबक लिए है। शायद इसका ही नतीजा है कि आज आक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। जिला अस्पताल परिसर में आक्सीजन उत्पादन के दो प्लांट संचालित है। मेडिकल कालेज के डीन वायडी बड़गैया के अनुसार प्रतिदिन 1200 लीटर आक्सीजन उत्पादन हो रहा है। अभी प्रतिदिन 50 से 60 लीटर की खपत है।

संक्रमित प्रसूताओं के लिए 10 बेड की पृथक व्यवस्था

गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा को भी प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए संक्रमित प्रसूताओं के लिए पृथक से इएसआईसी अस्पताल में व्यवस्था की जा रही। यहां 10 बेड का प्रसूति गृह का संचालन होगा। जिला अस्पताल के तीन में से एक आपरेशन थियेटर को शिफ्ट किया जाएगा। मेडिकल कालेज के डीन ने बताया कि अस्पताल में चार प्रसूति डाक्टर और आठ नर्स की नियुक्ति की जाएगी। प्रसूति सेवाएं आगामी सप्ताह तक शुरू हो जाएगी। संक्रमित प्रसूतियों के लिए पृथक व्यवस्था होने से सामान्य गर्भवती महिलाओं को कोरोना का खतरा नहीं होगा।

अब तक नहीं रखा गया किसी को वेंटिलेटर में

कोविड अस्पताल के नोडल अधिकारी डा. एलएस ध्रुव का कहना है कि अभी अस्पताल में कोरोना के जो मरीज भर्ती हैं उनमें ज्यादातर रिफरल हैं। मधुमेह, हाइब्लड प्रेशर, सांस संबंधित बीमारियों से पूर्व पीड़ित लोगों को ही भर्ती कराने की नौबत आई है। गले में खराश और सूखी खांसी की शिकायत हो तो संक्रमण की आशंका बढ़ जा रही। इसके अलावा सिर दर्द हड्डियों में दर्द वाले मरीज पहुंच रहे। स्वाद में बदलाव या सुगंध में पता नहीं चलने वाले मरीज अभी नहीं मिले हैं। तीसरी लहर में अब तक मिले संक्रमितों में किसी को भी वेंटिलेटर में रखने की आवश्यकता नहीं पड़ी।

अभी भी बिना मास्क के चल रही खरीदी बिक्री

कोरोना का संक्रमण भले ही इस बार आक्रामक न हो लेकिन अभी भी हमें उतना सतर्कता बरतने की आवश्यकता है जितना हम दूसरी लहर के रहे। अभी भी सार्वजनिक स्थानों में बेतरतीब भीड़ देखा जा सकता है। खास तौर पर सब्जी बाजार व राशन सामाग्री के दुकानें में बिना मास्क के ग्राहक खरीदारी कर रहे हैं। प्रशासन ने दुकानदारों को जवाबदारी सौंपी है कि कोई भी ग्राहक बिना मास्क के दुकान में न आए, लेकिन धरातल पल इसका पालन नहीं हो रहा है। कोसाबाड़ी, बुधवारी में लगने वाली सब्जी बाजार के अलावा मंडी में सुबह से ही लोगों की भीड़ लग जाती है। प्रशासन की ओर यहां कोविड नियम पालन कराने में ढिलाई बरते जाने के कारण शहर में संक्रमण बढ़ते जा रही है।

प्रतिदिन 2000 लोगों का हो रहा कोरोना जांच

उधर जिला स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच तेज कर दी है। जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा 30 प्राथमक स्वास्थ्य केंद्रों में हर रोज लगभग 2000 लोगों का जांच किया जा रहा है। प्रतिदिन औसतन 120 मरीज मिल रहे हैं। सामुदायिक भवनों आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है। ट्रू-नेटर और एंटीजन टेस्ट से मरीजों की जांच की जा रही है। दिसंबर माह के अंत तक प्रतिदिन 300 लोगों का कोरोना जांच हो रहा था। जिन जगहों में एक साथ अधिक संख्या में कोरोना मरीज मिल रहे हैं, वहां कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। जनवारी माह की शुरूआत से अब तक जिले में 13 कंटेनमेंट जोन बनाया जा चुका है।

कोरोना से एक की मौत, 307 नए संक्रमितों की पहचान

शनिवार को जिले में हरदीबाजार क्षेत्र में रहने वाली एक वृद्धा की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। वहीं 307 नए संक्रमितों की पहचान हुई है। इनमें 201 पुरुष और 106 महिला शामिल है। संक्रमित मरीजों में करतला ब्लाक के 17, कटघोरा ग्रामीण के 63, शहरी 50, कोरबा ग्रामीण 20, शहरी 139, पाली 17, पोड़ी उपरोडा से एक संक्रमित शामिल है। यहां बताना होगा कि नए संक्रमितों में डीडीएम स्कूल मार्ग वार्ड क्रमांक दो में एक परिवार के छह सदस्य सहित एक आठ वर्षीय बालक भी शामिल है। प्रगति नगर कालोनी में एक ही परिवार के दो बच्चे सहित तीन लोग संक्रमित पाए गए है। तीसरी लहर शुरू होने के बाद अब तक दो की मौत हो चुकी है।

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