कोरोना न फैले इसलिए कथा बीच में रुकी, दिगंबर जैन मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद

रायपुर 9 जनवरी (वेदांत समाचार)।  छत्‍तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रतिदिन कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए धार्मिक, सार्वजनिक आयोजन में विशेष सावधानी बरती जा रही है। महादेवघाट में आठ दिनों तक चलने वाली कथा को बीच में ही रोककर पांच दिनों में ही खत्म कर दिया गया। राजधानी में ऐसा पहली बार हुआ, जब कथा को बीच में ही रोका गया। शुक्रवार को तीन घंटे की कथा को छह घंटे तक बढ़ाया और अनेक कथा प्रसंगों को संक्षेप में सुना दिया गया। पांचवें दिन ही कथा समाप्त करके हवन, महाप्रसादी वितरित कर दी गई। श्रद्धालुओं को विशेष हिदायत दी गई कि मास्क पहनें और दूरी बनाकर रखें।

दिगंबर जैन मंदिर में केवल पुजारी करेंगे पूजा

पिछले साल कोरोना के प्रकोप ने प्राय: हर परिवार को प्रभावित किया था। अब नए साल में कोरोना न फैले, इसलिए धर्मस्थलों में जागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया है। सदरबाजार के दिगंबर जैन मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है, केवल मंदिर में पुजारी ही पूजा करेंगे।

जैन समाज ने सार्वजनिक आयोजनों को फिलहाल टाल दिया है। वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से हर घर में संदेश दिया गया है कि जब जरूरत हो तभी वे पारिवारिक समारोह करें, अपने परिवार के लोगों को ही बुलाएं। जैन समाज के अन्य मंदिरों में भी सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

महामाया मंदिर में बिना मास्क प्रवेश नहीं

महामाया मंदिर के पुजारी पं.मनोज शुक्ला ने बताया कि मास्क पहनने वालों को ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। द्वार पर फिर से सैनिटाइजर मशीन की व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं को पांच-पांच फीट दूर रहकर लाइन में लगाकर प्रवेश दिया जा रहा है।

चर्च में दूर बैठकर आराधना

सिविल लाइन स्थित सेंट पाल्स चर्च, बैरनबाजार स्थित सेंट जोसेफ चर्च, डंगनिया स्थित सेंट मैथ्यूज चर्च समेत टाटीबंध, मोवा, राजातालाब, अमलीडीह आदि चर्चों में भी हाल में दूर-दूर बैठकर आराधना की जाएगी।

गुरुद्वारा में सादगी से कीर्तन

स्टेशन रोड स्थित गुरुद्वारा गुरुसिंघ सभा के हेड ग्रंथी अमरीक सिंह ने बताया कि हर साल गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर भव्य रूप से कीर्तन का आयोजन होता है, सुबह से रात तक लंगर सेवा होती है। इस साल सुबह 8 बजे सादगी से शबद कीर्तन किया जाएगा। श्रद्धालु दूर-दूर बैठेंगे। पंडरी स्थित गुरुद्वारा में भी गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व सादगी से मनाया जाएगा।