रायपुर 7 जनवरी ( वेदांत समाचार )।: कोरोना संक्रमण को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने राजधानी रायपुर सहित कई जिलों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही सरकार ने उन जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है, जहां संक्रमण दर 4 प्रतिशत से आगे है। इसी बीच खबर आ रही है कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं—12वीं बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाओं को लेकर बड़ा फैसला लिया है।
बोर्ड की ओर से लिए गए फैसले के अनुसार कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा के आयोजन हेतु बाह्य परीक्षक की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है।
बोर्ड ने जारी किया ये निर्देश
कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा के आयोजन हेतु बाह्य परीक्षक की अनिवार्यता को समाप्त की जाती है। आपका यह दायित्व होगा कि निर्धारित परीक्षा समयावधि में संबंधित संस्था स्तर पर ही आंतरिक परीक्षक नियुक्त कर सुविधा अनुसार एक दिन में उतने ही छात्रों को बुलाकर, कोविंड-19 के नियमों का पालन करते हुये प्रायोगिक परीक्षा / प्रायोजना कार्य आयोजित किया जाये जिसमे सोशल डिस्टेंशिंग का पालन हो सके।
कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम हेतु सभी अधिकारी / कर्मचारी एवं शाला के छात्रों द्वारा सोशल डिस्टेशिंग का पालन किया जावे एवं मास्क का उपयोग करना अनिवार्य है।
कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम केन्द्र / राज्य शासन द्वारा समय-समय पर जारी किये गये निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाये।
शाला को सेनेटाइज्ड कराया जाये तथा शाला के मुख्य द्वार पर छात्रों के हाथ सेनेटाइज किये जाये।
जिन जिलो में कोविंड-9 संक्रमण के कारण कलेक्टर के आदेश के द्वारा स्कूल को बंद किया गया है उन जिलो में प्रायोगिक परीक्षा आयोजन करने हेतु दिनांक 3.04.2022 तक की तिथि को शिथिल करते हुये उसके बाद भी प्रायोगिक परीक्षा आयोजित की जा सकती है इसके लिये संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधिकारी, जिला कलेक्टर से अनुमति प्राप्त करके प्रायोगिक परीक्षाएं आयोजित करायेंगे।
शेष निर्देश मण्डल कार्यालय के पत्र कमॉक /249 /“ गोपनीय //202 रायपुर, दिनॉक 03.2.2024
के अनुसार यथावत रहेंगे।
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