रायपुर 3 जनवरी (वेदांत समाचार)। कई महीनों तक चली चर्चा के बाद आख़िरकार आज 3 जनवरी 2022 से छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में 15 से 18 साल की आयु के किशोरों को कोविड-19 (COVID-19) का टीका लगना शुरू हो गया है। वहीँ छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सभी जिलों में बच्चों को कोरोना का टीका (Vaccination) लगाया जा रहा है।
धमतरी जिले में भी 15 से 18 साल की आयु वर्ग के 48 हजार 396 बच्चे हैं। जिन्हे टीका लगना है। वहीँ राजनांदगांव शहर के चार बड़े स्कूलों सहित जिले के 232 स्कूलों में टीकाकरण केंद्र (vaccination center) बनाकर स्कूली विद्यार्थियों (school students) का टीकाकरण किया जा रहा है। जिले में 1 लाख 18 हजार बालक- बालिकाओं का टीकाकरण किया जाना है, इसके लिए जिले भर में 232 स्कूलों में टीकाकरण केंद्र बनाया गया है।
वहीं राजनांदगांव शहर के स्वामी आत्मानंद स्कूल, वेसलीन स्कूल, बक्शी स्कूल और महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल में विद्यार्थियों को कोरोना से बचाओ के लिए टीका लगाया जा रहा है। इस दौरान स्कूली विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ लाइन लगाकर अपना टीकाकरण करवाया है और अन्य लोगों को भी टीकाकरण करवाने संदेश दिया।
दुर्ग जिले में सभी स्कूलों में सोमवार से टीकाकरण शुरू किया गया है। सुबह से ही स्वास्थ्य विभाग की टीम वैक्सीन लेकर स्कूल पहुंच गई थी। अधिकारियों ने बताया कि 1.5 लाख बच्चों को टीका लगाने का टारगेट रखा गया है। जिले में टीकाकरण को लेकर पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम लगी हुई थी। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे खुद इसकी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
बता दें कि 15 से 18 वर्ष की आयु के लोगों के टीकाकरण की शुरूआत के एक सप्ताह बाद, 10 जनवरी, 2022 से स्वास्थ्य कर्मी, फ़्रंट लाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक आयु के लोगों को तीसरी डोज़ लगने की शुरुआत होगी। ये बात इसलिए भी ख़ास मायने रखती है क्योंकि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने भारत में दस्तक दे दी है और दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले पाया गया ओमिक्रॉन वैरिएंट भारत में तेज़ी से फैल रहा है।
वहीँ देश के अनेक राज्यों में भी बच्चो के टीकाकरण को लेकर लोगों में जागरूकता नजर आ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रिलीज में बताया है कि इस श्रेणी के उन्हीं लोगों को वैक्सीन लगेगी, जिनका जन्म 2007 या उससे पहले हुआ है। वहीं दूसरी डोज 28 दिन बाद लगाई जाएगी। बच्चों में टीकाकरण को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है। अब तक 12 लाख बच्चों का ने रजिस्ट्रेशन कराया जा चूका है।
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