‘महाराष्ट्र के बड़े बीजेपी नेता समीर वानखेड़े के लिए दिल्ली में लॉबिंग कर रहे’, नवाब मलिक का गंभीर आरोप..

आर्यन खान ड्रग्स केस से शुरू हुई नवाब मलिक (Nawab Malik) और मुंबई एनसीबी (NCB) की लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. नवाब मलिक के एनसीबी और समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) पर हमले जारी हैं. आज (2 जनवरी, रविवार) भी नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर के बीजेपी और एनसीबी के बीच सांठगांठ का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि समीर वानखेड़े को उनके पद पर बनाए रखने के लिए बीजेपी के बड़े नेता दिल्ली में लॉबिंग कर रहे हैं.

इसके साथ ही मलिक ने एनसीबी के अधिकारियों पर बैक डेट के पंचनामों पर गवाहों से साइन करवा कर पंचनामों में हेराफेरी करने का भी गंभीर आरोप लगाया. सबूत के तौर पर उन्होंने एक एनसीबी अधिकारी और गवाह के बीच बातचीत का कथित ऑडियो क्लिप भी जारी किया.

बीजेपी नेता समीर वानखेड़े को मुंबई में ही क्यों रखना चाहते हैं?

नवाब मलिक ने कहा कि, ‘एक हफ्ते से यह स्टोरी प्लांट की जा रही है कि समीर वानखेड़े एक्सटेंशन की मांग नहीं करेंगे. लेकिन मुझे जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक उनकी यहां पोस्टिंग को एक्सटेंशन देने के लिए महाराष्ट्र बीजेपी के बड़े नेता दिल्ली में लॉबिंग कर रहे हैं. हर तरह के अवैध काम करने की इस अधिकारी पर शिकायतें और रिपोर्ट होते हुए भी बीजेपी नेता इन्हें मुंबई में बनाए रखने के लिए उत्सुक हैं. इसका मतलब क्या है? वसूली गैंग में उनकी भागीदारी है क्या? ‘

‘समीर वानखेड़े के एक्सटेंशन के फैसले पर टालमटोल क्यों?’

नवाब मलिक ने सवाल किया कि, ‘ 31 तारीख को समीर वानखेड़े का एक्सटेंशन खत्म होने पर उन्हें रिलीव क्यों नहीं किया गया? या फिर उसे एक्सटेंड क्यों नहीं किया गया? इस पर निर्णय को प्रलंबित क्यों रखा गया है? मुझे जानकारी है कि बीजेपी के बड़े नेता गृहमंत्रालय में उनके लिए लॉबिंग कर रहे हैं. होने दीजिए…वानखेड़े को यहां रखा गया, तो अच्छा ही होगा. उसकी फर्जीवाड़े को बाहर लाने का मुझे मौका मिलेगा. लेकिन जिस तरह से इतना कुछ होने के बाद भी यह अधिकारी पंचनामा बदलने में व्यस्त है, निश्चित रूप से इसकी जांच के लिए मैं खुद पत्र लिखने वाला हूं. कोर्ट के सामने यह मुद्दा ले जाऊंगा. इनके खिलाफ मेरे पास और भी कई सबूत हैं, उनहें भविष्य में सामने लाऊंगा.’

‘NCB में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल शुरू’

नवाब मलिक ने आगे कहा कि, ‘एनसीबी का फर्जीवाड़ा अभी भी शुरू है. 2021 में एनसीबी में झूठे केस बनाए जाते थे, बड़े पैमाने पर वसूली की जाती थी. मुंबई क्रूज पर रेड के बाद ऐसे कई मामले सामने आए. एनसीबी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार शुरू है. पिछली तारीखों के पंचनामों पर गवाहों से हस्ताक्षर करवाए जा रहे हैं. मैडी नाम का एनसीबी का एक गवाह है. उसे बाबू नाम का एक अधिकारी बैक डेट के पंचनामे पर साइन करने के लिए कहता है. घबरा कर वो गवाह समीर वानखेड़े को कॉल करता है. समीर वानखेड़े उसे बताते हैं कि हस्ताक्षर कर दो, कुछ नहीं होगा.’

नवाब मलिक ने सबूत के तौर पर ऑडियो क्लिप किया जारी

नवाब मलिक ने कहा कि,  ‘2 अक्टूबर 2021 के आर्यन खान क्रूज रेड मामले में शुरू हुआ एनसीबी का फर्जीवाड़ा अभी भी शुरू है. एनसीबी अधिकारी मुश्किलों में घिरेंगे, यह बात सामने आते ही पंचनामों को बदलने का खेल शुरू हो गया है.’ यह आरोप करते हुए इससे जुड़े सबूत के तौर पर मलिक ने अधिकारी और गवाह के बीच बातचीत का कथित ऑडियो क्लिप भी जारी किया है. उन्होंने सवाल किया है कि एसआईटी समीर वानखेड़े और बाबू नाम के अधिकारी पर कार्रवाई करेगी क्या?

‘धमकियों से मैं डरने वाला नहीं’

इस बीच एनसीबी की ओर से सिर्फ उनके दामाद समीर खान की जमानत का विरोध किए जाने पर भी मलिक ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि, ‘मेरे दामाद समीर खान पर आरोप किए गए संबंधित ड्रग्स केस में मुख्य आरोपी करण सजनानी है. 6 आरोपी हैं. लेकिन सिर्फ समीर खान के जमानत के विरोध में ही अपील क्यों की गई? करण सजनानी के घर में माल पकड़ा गया. गांजा कहा गया, पर तंबाखू था. राहिला फर्नीचरवाला के विरोध में अपील नहीं की गई. सिर्फ समीर खान के खिलाफ अपील करके प्रसिद्धी के लिए खेल शुरू किया गया. यह सब कुछ मुझे धमकाने और डराने के लिए किया गया.’

आगे उन्होंने कहा कि, ‘ अगर एनसीबी प्रोफेशनल ऑर्गनाइजेशन है तो उन्हें बताना पड़ेगा कि सिर्फ समीर खान के खिलाफ ही अपील क्यों की गई? नवाब मलिक आपकी धमकियों से घबराने वाला नहीं है. आपके फर्जीवाड़े को उघाड़ने का काम मैं करता रहूंगा.’

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