सस्ता हुआ सोना और चांदी, एक दिन में 699 रुपये तक लुढ़की कीमतें…

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, कमजोर वैश्विक संकेतों को देखते हुए सोने के भाव में गिरावट दर्ज की गई है. गुरुवार को राजधानी दिल्ली में सोने के भाव 98 रुपये की गिरावट के साथ 46,688 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गए. पिछले कारोबार में सोने की कीमतें 46,786 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी.

सोने के अलावा चांदी की कीमतों में भी 699 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है, जिसके बाद इसकी कीमतें 60,024 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जो पिछले कारोबार में 60,723 रुपये प्रति किलोग्राम थी.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में गिरावट

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,799 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी 22.60 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज), तपन पटेल ने कहा, “कोमेक्स में गुरुवार को सोने की कीमतों में गिरावट के साथ 1,799 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार हुआ. अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और मजबूत डॉलर के साथ सोने की कीमतों में रिस्क-ऑन सेंटीमेंट पर बिकवाली देखी गई है.”

EGR को मिला सिक्योरिटीज का दर्जा

बताते चलें कि वित्त मंत्रालय ने सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स एक्ट 1956 के तहत इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट्स (EGR) को सिक्योरिटीज का दर्जा दे दिया है. इसका मतलब है कि अब आप शेयर्स की तरह ही गोल्ड में भी ट्रेडिंग कर सकते हैं. इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट्स को हम पेपर गोल्ड भी कह सकते हैं.

यह एक निवेश इंस्ट्रूमेंट है. शेयर्स की तरह ईजीआर डीमैट फॉर्म में रखे जाएंगे. खास बात यह है कि आप इन्हें जरूरत पड़ने पर फिजिकल गोल्ड में भी कन्वर्ट करा सकते हैं.

सोने को मजबूत इन्वेस्टमेंट विकल्प बनाने की कोशिश

वित्त मंत्रालय के इस कदम के बाद मौजूदा एक्सचेंजों पर एक अलग सेगमेंट में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट्स की ट्रेडिंग हो सकती है. साथ ही इस कदम से अब देश में नए गोल्ड एक्सचेंज खुलने के काम को तेजी मिलेगी. अभी एमसीएक्स और एनएसई जैसी कई कंपनियां गोल्ड एक्सचेंज खोलने की दिशा में काम कर रही हैं.

भारत सरकार साल 2013 से ही सोने को एक मजबूत इन्वेस्टमेंट विकल्प बनाने की दिशा में काम कर रही है. चाहे वह सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम हो, गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम हो या फिर गोल्ड एक्सचेंज की बात हो.

अब आपके मन में सवाल उठ सकता है कि सोने में निवेश तो वो पहले से ही कर रहे हैं, फिर यह अलग कैसे है. तो आपको बता दें कि अब तक सोना एक कमोडिटी के रूप में ट्रेड हो रहा था.

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