तीन महीने में महिला ने दो बार दिया 2 बच्चों को जन्म, जानिए क्या है पूरा मामला

बिहार 30 दिसम्बर (वेदांत समाचार) | बिहार के समस्तीपुर में एक महिला ने तीन महीने के अंदर दो बच्चों को जन्म दिया है. सुनने में यह अटपटा लग सकता है लेकिन प्रकृति को चैलेंज करने वाला यह कारनामा समस्तीपुर के एक सरकारी अस्पताल में हुआ है.

यहां जिले के उजियारपुर पीएचसी में 9 महीने के बदले मात्र तीन महीने 12 दिन के अंतराल पर दो बार बच्चे को महिला ने जन्म दिया है. दोनों बार महिला ने लड़के को जन्म दिया है. जन्म के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं!

सुरक्षा योजना के लाभ के लिए कारनामा

दरअसल यहां जननी बाल सुरक्षा योजना का लाभ लेने के लिए एक महिला ने आशा कार्यकर्ता की मिलीभगत से कागजों में तीन महीने 12 दिन के अंदर ही दो बार दो बच्चे को जन्म दिया.हैरानी की बात तो यह है कि इतना बड़ा फर्जीबाड़ा हुआ और जिले के सिविल सर्जन समेत स्वास्थय विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी

दोनों बार बेटे को दिया जन्म!

बताया जा रहा है कि रिकॉर्ड के अनुसार महिला उजियारपुर प्रखंड के हरपुर रेबाड़ी गांव की निवासी है. महिला की उम्र 28 साल है. महिला पहली बार 24 जुलाई को उजियारपुर पीएचसी में भर्ती हुई एक लड़के को जन्म दिया. इसके बाद वह उसी गांव की रहने वाली आशा रीता देवी की मदद से तीन नवंबर को उजियारपुर पीएचसी में प्रसव के लिए दोबारा भर्ती हुई और चार नवंबर को एक लड़के को जन्म दिया.

दोबारा नाम सामने आने के बाद खुलासा

मामला तब सामने आया जब उजियारपुर पीएचसी में नवंबर में हुए प्रसव के बाद महिलाओ को जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत लाभुकों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान के लिए डिटेल बनाया जा रहा था. डिटेल बनाते समय यह आया कि अबी तीन महीने पहले ही महिला का यहां प्रसव हुआ था, और महिला को अस्पताल प्रशासन ने 31 जुलाई को जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भी भुगतान भी कर दिया था. इसके तीन महीने बाद ही महिला का फिर से प्रसव कैसे हो सकता है

दोषी पर सीएस ने की कार्रवाई

जिसके बाद अस्पताल के अकांउटेंट ने रितेश कुमार चौधरी ने तत्काल इसकी सूचना पीएचसी प्रभारी, अस्पताल प्रबंधक, डीएएम और डीपीएम को दी. वहीं मामले का खुलासा होने के बाद सीएस डॉ. सत्येंद्र कुमार एक जांच टीम बनाई जिसके बाद जांच टीम की रिपोर्ट पर दोषी कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई की गयी है.