राजस्थान 24 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। राजस्थान के बूंदी जिले के दबलाना थाना इलाके से एक 24 वर्षीय युवती से जबरन देह व्यापार करवाने का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. मामले के मुताबिक एक 24 वर्षीय युवती ने अपनी मां, भाई और बहन पर दलालों को बेचने और जबरन देह व्यापार में धकेलने का आरोप लगाया है. युवती ने अब बाल कल्याण समिति के सामने अपनी दासतां बयां की है.
युवती ने बताया कि 14 साल की उम्र में उसकी मां कमला, भाई रोहित और बहन हंसा ने दलाल मोरपाल को उसे बेच दिया और वेश्यावृति के काले धंधे में धकेल दिया. युवती के मुताबिक काफी समय बाद उसने वेश्यावृत्ति से परेशान होकर कंजर बस्ती के एक युवक से जुलाई महीने में आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली.
घरवालों ने दो दलालों को चार बार बेचा
पीड़िता की दबलाना थाने में दी गई शिकायत के मुताबिक पुलिस की तरफ से आरोपियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं होने कारण वह परेशान होकर अपने पति के साथ वह मुंबई चली गई.
वहीं पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसकी मां ने हिण्डोली तहसीलदार और भवानीपुरा ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी से उसके नाबालिग होने का झूठा जन्म प्रमाण-पत्र जारी करवाया और हिण्डोली थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज करवा दिया जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता को गिरफ्तार कर लिया.
जांच में पीड़िता के बालिग होने का पता चला
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि पीड़िता बालिग है जिसके बाद उसे बाल कल्याण समिति को सुपुर्द कर दिया गया. अब पीड़िता ने समिति के सामने अपनी कहानी सुनायी है. पीड़ित ने समिति के सामने पहले अपने बालिग होने के दस्तावेज पेश किए और समिति से अपने पति के साथ जीवन बिताने की गुजारिश की.
वहीं पीड़िता ने समिति से यह भी कहा कि वह अब वेश्यावृत्ति के काम से बाहर आना चाहती है और समाज में इस दलदल में फंसी अन्य युवतियों को भी बाहर निकालने के लिए काम करना चाहती है. समिति ने पीड़िता की गुजारिश मान ली है.
मां-भाई ने कबूल किया जुर्म
वहीं इधर पीड़िता के मां-भाई और बहन ने पीड़िता से पिछले 10 सालों से जबरन वेश्यावृति करवाने की बात कबूल की है. बता दें कि युवती के मेडिकल करवाने के बाद लिए गए बयानों में पुलिस ने पाया कि उसकी उम्र 24 साल है. ऐसे में समिति की तरफ से युवती को उसके पति के साथ रहने की अनुमति दे दी गई है. फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच कर रही है.
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