सावधान : डाक से भेजा जा रहा कार जितने का कूपन,फिर जीएसटी के नाम पर ठगी; लोन देने फर्जी कंपनी ने 20 दिनों तक लगाया कैंप…

जगदलपुर23 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। अंबिकापुर। ठगों ने ठगी के लिए अब नया पैंतरा निकाला है। ठग अब तक मोबाइल पर लक्की ड्रॉ फंसने, एटीएम ब्लॉक होने, केवाईसी अपडेट करने के नाम पर लोगों को ठगते आ रहे थे लोग इस मामले में थोड़े जागरूक हुए तो अब ठगों ने नया पैंतरा निकाल लिया है।

इस नए पैंतरे में ठग बाकायदा लोगों को उनके घरों पर पोस्ट ऑफिस से रजिस्टर्ड पोस्ट डाक द्वारा स्क्रैच कूपन भेज रहे हैं। इस कूपन के साथ एक आयुर्वेदिक दवा कंपनी का जिक्र भी किया गया है और इसी कंपनी द्वारा लक्की स्क्रैच कार्ड दिए जाने की बात कही जाती है। इसके बाद जैसे ही लोग कार्ड को स्क्रैच कर रहे हैं तो इनाम में लोगों की कार फंस रही है। जब कूपन में दिए गए नंबर पर कॉल किया जाता है तो उस पर जीएसटी के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं।

ठग ने कहा- कार के 8 लाख रुपए खाते में डालेंगे, पहले जीएसटी के लिए 6 हजार भेजो
नयामुंडा निवासी राजेश ने बताया कि उसे ऐसे ही एक कंपनी से पत्र और इसके साथ स्क्रैच कूपन मिला। कूपन को स्क्रैच करने पर उसमें स्विफ्ट कार इनाम में निकली। राजेश ने बताया कि जब उसने स्क्रैच कार्ड पर दिए गए नंबर पर कॉल किया तो मुझे कंपनी की ओर से बताया गया कि मुझे इनाम में जो कार मिली है वह भुवनेश्वर में है और उसे जगदलपुर तक लाने पर काफी खर्च होगा। ऐसे में कंपनी वालों ने कहा कि मेरे खाते में 8 लाख नकद डाल रहे हैं लेकिन इससे पहले मुझे जीएसटी के तौर पर साढ़े 6 हजार रुपए उनके खाते मे डालने होंगे। जब मैंने पैसे देने से मना कर दिया तो कंपनी वालों ने रिस्पॉन्स देना ही छोड़ दिया। हालांकि राजेश ने इस मामले की शिकायत पुलिस में नहीं की है। इधर एएसपी ओपी शर्मा ने इस मामले पर चर्चा करते हुए लोगों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी इनाम के झांसे में न आएं। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार ऐसे ठगों पर कार्रवाई कर रही है।

लोन देने फर्जी कंपनी ने 20 दिनों तक लगाया कैंप, 250 लोग ठगे गए, तब अफसरों ने जब्त किया कंपनी का पंडाल
अंबिकापुर गांधी स्टेडियम के पास फर्जी लोन कंपनी 20 दिन तक कैंप लगाकर लोगों को 50 हजार से लाखों रुपए का लोन देने प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर तीन-तीन हजार की उगाही कर रही थी। सोशल मीडिया में इसकी खबर आने के बाद तहसीलदार ने एसडीएम के नेतृत्व में पहुंच कर कैंप में लगे पंडाल को जब्त किया, लेकिन तब तक वहां के कर्मचारी भाग गए थे।

अफसरों ने बताया कि बिना अनुमति के ऑनलाइन लोग आवेदन शिविर का आयोजन कर व्यवसाय के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा लोन व स्टैंड अप योजना के अंतर्गत लोन वितरण करने वाले कंपनी पर जिला प्रशासन ने शिविर बंद कराया। शिकायत के आधार पर एसडीएम प्रदीप साहू ने तहसीलदार के नेतृत्व में जांच दल शिविर स्थल पर भेजा। जांच के दौरान शिविर में कोई भी कर्मचारी के उपस्थित नहीं होने से पूछताछ की कार्रवाई नहीं हो सकी। प्रथम दृष्टया कंपनी फर्जी प्रतीत होने पर शिविर स्थल में लगे हुए टेंट पंडाल को जब्त कर लिया।