पिकनिक से लौट रहे ऑटो सवार दोस्तों को बस ने मारी टक्कर,4 की मौत….

बैकुंठपुर 23 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। गेज डैम से पिकनिक मनाकर शिवपुर-चरचा लौट रहे एक ही वार्ड के चार युवा साथियों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। हादसा मंगलवार रात 8.30 बजे फूलपुर नेशनल हाईवे 43 पर हुआ। चारों युवा ऑटो में सवार थे, जिसे मनेंद्रगढ़ से रांची जा रही राजहंस बस ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि ऑटो दबने से तीन युवक भीतर ही फंस गए। बुधवार को चारों के शव का पीएम कर परिजन को सौंपा।
साथ ही मामले में पुलिस ने बस चालक के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। चरचा थाना क्षेत्र के पांच युवा साथी मंगलवार सुबह गेज डैम में पिकनिक मनाने के लिए ऑटो से निकले थे। देर शाम पिकनिक मनाकर वे अपने घर लौट रहे थे। इनमें एक साथी शिवपुर में ऑटो से उतर गया था। इसके बाद सभी फूलपुर होकर चरचा की ओर आ रहे थे। तभी फूलपुर में रात साढ़े 8 बजे नेशनल हाईवे पर ऑटो को रांची जा रही तेज रफ्तार बस क्रमांक सीजी 11 ए 3191 से टक्कर मार दी। टक्कर से ऑटो हाइवे पर पलटते हुए दूर फेंका गया।

हादसे में ऑटो की बॉडी दबने से तीन युवक भीतर ही फंस गए।
जबकि एक युवक उछलकर दूर जा गिरा। मामला बिगड़ता देख बस ड्राइवर वहां से भाग निकला। ग्रामीणों ने बताया कि तीन युवकों की स्पॉट पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक गंभीर रूप से घायल युवक को जिला अस्पताल लाया गया था, लेकिन बुधवार सुबह उसने भी दम तोड़ दिया। हादसे में कपिल देव सिंह उम्र 24, दिनेश राजवाड़े उम्र 30, राजकुमार सिंह उम्र 29 व मनोज टोप्पो उम्र 26 की मौत हो गई है। चारों युवक शिवपुर चरचा नपा क्षेत्र के वार्ड 1 के रहने वाले थे।

रात 8.30 बजे हुआ हादसा
शिवपुर-चरचा के रहने वाले करमदेव सिंह ने बताया कि रात 8.30 बजे जानकारी मिलने पर वे घटना स्थल पर पहुंचे थे। फूलपुर पुलिया के पास ऑटो और बस का एक्सीडेन्ट हो गया है। डॉक्टरों ने कपिल देव सिंह, राजकुमार, दिनेश को मृत बताया। वहीं गंभीर रूप से घायल मनोज की बुधवार सुबह मौत हो गई।

परिजनों ने मना किया था, फिर भी पिकनिक पर गए
एक ही वार्ड के चारों युवा साथियों की मौत होने से चरचा क्षेत्र में लोग स्तब्ध है। जगह-जगह चौक-चौराहे पर हादसे की चर्चा बनी हुई है। बताया जा रहा है कि चारों युवा साथी अक्सर साथ में देखे जाते थे। मंगलवार सुबह चारों 11 बजे घर से ऑटो में पिकनिक मनाने के लिए निकले थे। हालांकि परिजन ने उन्हें जाने से मना किया था, लेकिन फिर भी उन्होंने बात नहीं सुनी।