बिलासपुर 19 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने बिलासपुर में कांग्रेस की सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए हमला किया। उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि जब राजा ने कुमुदनी महोत्सव मनाने का एलान किया, तब अकाल पड़ा था। उस समय चाणक्य ने उन्हें महोत्सव मनाने से रोक दिया और कहा कि जब प्रजा दुखी हो तो राजा को महोत्सव नहीं मनाना चाहिए। लेकिन, आज कांग्रेस की सरकार को रोकने टोकने वाला न तो मंत्रीमंडल में कोई है और न ही हाईकमान मुख्यमंत्री को रोक सकता है। उन्होंने कर्जदार छत्तीसगढ़ में तीन साल पूरे होने पर महोत्सव मनाने पर आपत्ति जताई।
रविवार दोपहर भाजपा कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की सरकार तीन साल के कार्यकाल पूरा होने पर बेमिसाल छत्तीसगढ़ का दावा कर उत्सव मना रहे हैं। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि प्रदेश की जनता पर तीन साल में 51 हजार करोड़ रुपए कर्ज लाद कर यह कैसा उत्सव मनाया जा रहा है। जब मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ अलग हुआ तब प्रदेश में 7 हजार करोड़ रुपए का कर्जा था। इसके बाद दिवंगत कांग्रेस नेता अजीत जोगी की सरकार आई और फिर 15 साल भाजपा की सरकार रही। इन 18 सालों में राज्य में 34 हजार करोड़ रुपए का कर्जा था। जो अब महज तीन साल के भीतर 51 हजार करोड़ रुपए पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि कर्ज माफ करने वाली कांग्रेस सरकार ने जनता को कर्जदार बना दिया है।
अमर अग्रवाल ने कहा कि तीन साल में विकास के सारे काम ठप है। न तो इस दौरान नई सड़कें बनी है और न ही आधारभूत संरचना का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक साथ 1400 जवानों ने अपने हथियार शासन के पास जमा करा दिए हों। यह शर्मनाक घटना धुर नक्सल प्रभावित इलाका बस्तर की है। उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही है। आंकड़े बताते हैं कि लगातार महिलाएं व बच्चियां दुष्कर्म की शिकार हो रही है। प्रेस कांफ्रेस में महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पांडेय, भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत व कोषाध्यक्ष गुलशन ऋषि मौजूद रहे।
राज्यांश के अभाव में केंद्र की 13 योजनाएं लौटा दी गई
अमर अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 7 लाख गरीबों का मकान इसलिए नहीं बन सका। क्योंकि सरकार ने राज्यांश नहीं होने का बहाना बना दिया। इस तरह से केंद्र सरकार की 13 ऐसी जनकल्याणकारी योजना है। जिसमें मुख्यमंत्री ने राज्यांश का अभाव बताया और योजनाओं को अमल में लाने के बजाए उसे लौटा रही है।
सांप्रदायिकता फैलाने की हुई कोशिश
पूर्व मंत्री अमर ने कहा कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू है। लेकिन, कवर्धा में एक मंत्री के संरक्षण में सांप्रदायिक दंगा भड़काने की कोशिश की गई और भगवा ध्वज को अपमानित किया गया। इसके प्रदेश में सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की स्थिति बन गई। वहीं, कांग्रेस के मंत्री-विधायक दंगाइयों का साथ देते रहे।
20 हजार से अधिक महिलाओं को छीना रोजगार
अमर अग्रवाल ने कहा कि महिला स्वसहायता समूहों की महिलाओं का कर्ज माफ करने का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार ने उन्हें बेरोजगार बना दिया है। रेडी टू ईट सप्लाई के लिए महिला समूहों के माध्यम से दिए जाने वाले रोजगार को छीना जा रहा है और निजी कंपनियों को ठेका देने का षडयंत्र किया जा रहा है। सरकार के इस निर्णय का भाजपा ने निंदा के साथ विरोध भी किया है।
सुप्रीम कोर्ट में उजागर हुआ CM का षडयंत्र
पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रिपोर्ट जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके सचिवालय के अधिकारी, न्यायिक अधिकारी व षडयंत्रकारी आरोपियों की मिलीभगत से आपराधिक मामले को कमजोर किया जा रहा है। इस तरह की शर्मनाक स्थिति प्रदेश में पहले कभी निर्मित नहीं हुई है।
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