दरभंगा के बॉयज हॉस्टल से 99 कार्टन विदेशी शराब बरामद, दो दिन पहले सीएम ने की थी यहां समीक्षा बैठक

बिहार 19 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। दरभंगा के दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCM) के ब्वॉज हॉस्टल से 99 कार्टन विदेशी शराब बरामद हुई है. पुलिस ने यहां से हॉस्टल 2K बैच के मेस एवं पिकअप वैन से यह खेप जब्त की हैं. इसके साथ ही पुलिस ने पिकअप वैन के चालक मो. फैसल को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने भारी मात्रा में शराब उस परिसर से जब्त की है जहां दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने समीक्षा बैठक की थी. यहां दो दिन पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जिले में चल रही योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक की थी. अब डीएमसीएच के ब्वायज हॉस्टल से दरभंगा पुलिस ने शनिवार की देर रात 99 कार्टन विदेशी शराब बरामद की है.

एक्शन में बिहार पुलिस

यहां भारी मात्रा में शराब बरामद करने के बाद SSP बाबूराम ने बताया कि DMCH परिसर में शराब की खेप होने की सूचना मिली थी. छापेमारी करने पर 99 कार्टन शराब बरामद हुई है. इसके साथ ही पुलिस ने पिकअप वैन के चालक भालपट्‌टी निवासी मो. फैसल को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि वह शराब मामले में फरार चल रहा था. बिहार में शराबबंदी को लेकर सरकार एक्शन में है. सीएम नीतीश कुमार ने पुलिस को शराबबंदी कोे प्रभावी बनाने के लिए खुली छूट दी है, जिसके बाद पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. इस दौरान भारी मात्रा में शराब जब्त किया जा रहा है और बड़ी संख्या में तस्कर भी गिरफ्तार किए जा रहे हैं.

औरंगाबाद में 2715 कफ सिरप बरामद

बिहार में शराबबंदी को शत-प्रतिशत लागू करने के उद्देश्य मद्य निषेध विभाग के निर्देशानुसार औरंगाबाद में नशा कारोबारियों की धरपकड़ को लेकर की जा रही कार्रवाई के तहत उत्पाद विभाग एवं नगर थाना की पुलिस द्वारा किए गए संयुक्त छापेमारी में शहर के लक्ष्मी नगर से पिकअप वैन में गुप्त तहखाना बनाकर अवैध रूप से ले जाए जा रहे कफ सिरप की एक बड़ी खेप को बरामद किया गया है.

साथ ही साथ इस कारोबार में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. मामले में उत्पाद अवर निरीक्षक कमलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई के तहत 2715 बोतल कोडीनयुक्त कफ सिरफ बरामद किया गया है. जिसमें 543 ग्राम कोडीन मिलाया हुआ था.उन्होंने बताया कि इस कफ सिरप का उपयोग नशा के रूप में किए जाने को लेकर बिहार के मोहनिया से पश्चिम बंगाल के वर्धमान की ओर ले जाया जा रहा था.