CBSE Syllabus to be changed after NCERT textbook review? नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने स्कूल की किताबों और सिलेबस की समीक्षा शुरू की है. एनसीईआरटी के कार्यकारी निदेशक श्रीधर श्रीवास्तव ने संगठन के सभी विभागों के प्रमुख को पत्र लिखकर कहा है कि वे इंटरनल और एक्सटर्नल एक्सपर्ट्स की मदद से स्कूल पाठ्यक्रम की समीक्षा करें. इसके बाद जरूरी बदलावों का प्रस्ताव दें. समीक्षा की रिपोर्ट 28 दिसंबर 2021 तक मांगी गई है.
एक्सपर्ट द्वारा की गई सिफारिफों व प्रस्ताव के आधार पर एनसीईआरटी स्कूल सिलेबस में बदलाव करने जा रहा है. इसका मतलब है कि सीबीएसई बोर्ड का सिलेबस (CBSE Board Syllabus 2022) भी बदलेगा.
कोविड-19 (Covid 19) के कारण लंबे समय तक स्कूल बंद रहने और पढ़ाई बाधित होने के बाद लगातार दो शैक्षणिक सत्र में देरी हुई है. नतीजा – बच्चों पर पाठ्यक्रम का बोझ बढ़ गया है. एनसीईआरटी का कहना है कि अगले शैक्षणिक सत्र से इस गैप को जल्द से जल्द भरने और बच्चों से पाठ्यक्रम का बोझ कम करने के लिए यह निर्णय लिया गया है.
एनसीईआरटी निदेशक (प्रभारी) ने कहा कि पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए संसदीय स्टैंडिंग कमेटी और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि ‘हम नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (National Curriculum Framework) विकसित करने की प्रक्रिया में हैं. इसलिए नये टेक्स्टबुक तैयार करने में थोड़ा समय लग सकता है. लेकिन बच्चों को कोरोना महामारी के कारण बढ़े बोझ से जल्द बाहर निकलने का मौका देने के लिए एनसीईआरटी को यह कदम उठाना होगा.’
उन्होंने बताया है कि ‘अगले वर्ष के लिए हमने प्राथमित स्तर (क्लास 1 से 5वीं तक) पर किताबों में कुछ बदलाव कर भी दिये हैं. अब इसे क्लास 6 से 12वीं तक के लिए जारी रखना है. इन कक्षाओं में हर विषय के लिए एक्सरसाइज करने की जरूरत है.’
गौरतलब है कि 30 नवंबर 2021 को पार्लियामेंटरी स्टैंडिंग कमेटी (एजुकेशन) ने स्कूल करिकुलम को हल्का करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले की प्रशंसा की थी. पैनल ने कहा था कि बाकियों को भी ऐसा ही अप्रोच रखना चाहिए, ताकि विषय-वस्तु का ओवरलोड कम हो सके. इसके लिए एनसीईआरटी को अन्य राज्यों की काउंसिल्स के साथ मिलकर काम करने की सलाह दी गई थी.
बता दें कि 2014 से अब तक एनसीईआरटी ऐसे दो रिव्यू एक्सरसाइज कर चुका है. वर्ष 2017 में एनसीईआरटी के 182 किताबों में कुल 1,334 बदलाव किए गए थे.
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