छत्तीसगढ़ी भाषा का प्रयोग लाएगा युगांतकारी परिवर्तन – भोजराम पटेल

0 छत्तीसगढ़ी भाषा से ही विकसित होगा छत्तीसगढ़ मॉडल और बनेगा नवा छत्तीसगढ़

कोरबा । कोरबा जिले के पुलिस अधीक्षक एक रिजलन न्यूज़ चैनल भोज राम पटेल के द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा के महत्व को बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा का प्रयोग लाएगा युगांतकारी परिवर्तन। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक महोदय ने बताया की छत्तीसगढ़ में ग्रामीण जनसंख्या एवं जनजाति निवास करती हैं और अधिकांश लोगों के द्वारा बातचीत तथा अपनी भावनाओं को प्रकट करने के लिए छत्तीसगढ़ी भाषा का प्रयोग किया जाता है और यदि छत्तीसगढ़ी भाषा का प्रयोग प्रशासनिक तौर पर कार्यालयों में तथा अधिकारियों के द्वारा किया जाए तो आम जनमानस से जुड़कर उनकी भावनाओं को उनकी भाषा में समझ कर किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है। आगे भाषा के महत्व को बताते हुए उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ी के अधिक प्रयोग से रिश्ते मजबूत होते हैं आज इसी प्रयोग से पोलिसिंग का स्तर भी मजबूत हुआ है। कोरबा जिले में आम जनमानस से जुड़ने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिसमे वर्तमान में खाकी के रंग संगी संगिनी के संग तथा खाकी के रंग स्कूल के संग कार्यक्रम बहुत ही कारगर सिद्ध हो रहा है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप कोरबा पुलिस के द्वारा पहली बार जिले में सफ्ताह में एक दिन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जनसमस्या निवारण शिविर लगाकर आम लोगों की समस्याओं को सुनकर उसका समाधान किया जा रहा है।जिसमे जिले के लोगों को समस्याओं को सुनकर पुलिस के द्वारा त्वरित कार्यवाई करते हुए समस्या का निवारण किया जा रहा है और इस प्रकार के प्रयास से जनता और पुलिस के बीच की दूरी भी कम हो रही है। छत्तीसगढ़ की वास्तविक पहचान है, छत्तीसगढ़ी भाषा और उसका विकास एवं प्रसार से ही राज्य आगे बढ़ेगा तथा छत्तीसगढ़ मॉडल देश मे अपना छाप छोड़ेगा। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल जी ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा के प्रयोग से पारिवारिक एवं सामाजिक रिश्ते मजबूत होते हैं। सभी अपनी भावनाओं को प्रकट करने में हिचकिचाते नहीं जिससे किसी की समस्या का निवारण आसान हो जाता है।