ली मेरेडियन हॉटल न्यू दिल्ली 22-23 जनवरी 2022 को चेंज मेकर इन स्कूल अवार्ड से नवाजे जाएंगें डॉ. संजय गुप्ता

कोरबा 16 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। शिक्षा एक अनवरत और आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है। बिना शिक्षा या ज्ञान के जीवन व्यर्थ है । शिक्षा के महत्व को जिसने जाना व समझा उसने बेशक समाज व राष्ट्र का नाम रोशन किया है । इंसान आजीवन कुछ ना कुछ सीखता है । इन सीखी हुई अमूल्य निधि जिसे हम ज्ञान कहते हैं उन्हें यदि हम देशहित या समाज हित में उपयोग करें तो न जानें कितनों का जीवन उस ज्ञान के प्रकाश से आलोकित हो जाता है । कहा भी जाता है शिक्षा हमारी जिंदगी से अज्ञज्ञनता के अंँधेरे तो कम कर उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है । ज्ञान ही वह अमूल्य निधि है जिसे कोई चुरा नहीं सकता और जितना बाँटे उतना बढ़ता जाता है ।


इन्हीं सभी बातों को अक्षरशः सत्य साबित करते हुए इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने विभिन्न नामचीन हस्तियों के मध्य अपनी अलग पहचान बनाई एवं शिक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान प्रथा नवाचारों का प्रयोग कर रोचक शिक्षा प्रदान करने के क्षेत्र में सतत रूप से कार्य करते हुए विभिन्न विद्यालय का नाम रोशन किया है और अभी वर्तमान में विगत चार वर्षों से इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में कार्यरत हैं और अपनी विशिष्ट कार्यशैली और अनुसंधानात्मक उपायों के द्वारा विद्यालय को अत्यल्प समय में ही कामयाबी की बुलंदियों को स्पर्श कराया ।


दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल के ऊर्जावान प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता का मानना है कि शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसका उपयोग आप दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं । उत्कृष्ट समाज के निर्माण हेतु त्याग, धैर्य, परोपकार, साहस जैसे मानवीय भावनाओं की नींव विद्यालय से ही शुरू होती है । समाज सेवा, सशक्त राष्ट्र निर्माण, विद्यार्थियों में उच्च मानवीय मूल्य स्थापित करना ही मेरा एकमात्र ध्येय है । डॉ. संजय गुप्ता को बचपन से दूसरों की सेवा करने की भावना का गुण अपने माता-पिता से ही मिली थी जिस कारण वे आज भी समाज सेवा का कार्य बड़ी तल्लीनता और लगन से करते हैं और आगे भी समाज को मजबूत और सशक्त बनाने हेतु समर्पित है । वर्तमान में डॉ. संजय गुप्ता इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में प्राचार्य के पद पर कार्यरत है ।


गौरतलब है कि शिक्षा के क्षेत्र में डॉ. संजय गुप्ता का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है । उन्होंने विगत 35 वर्षों से अनवरत शिक्षा का प्रसार कर अपनी अलग पहचान बनाई है । डीएव्ही, डी.डी.एम. कोरबा में अपनी सेवाएँ देने के पश्चात वर्तमान में वे इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में प्राचार्य के पद पर आसीन है और अत्यल्प समय में ही अपनी विशेष कार्यशैली, प्रबंधन, कम्यूनिकेशन स्किल एवं शिक्षण शैली के कारण विद्यालय को एक नई पहचान दी । आज विद्यालय में विद्यार्थियों की अच्छी खासी दर्ज संख्या है जो डॉ. संजय गुप्ता के अनेक इन्नोवेटिव आइडियाज एवं टीचिंग स्किल तथा स्कूल मैंनेजमेंट के ही कारण संभव हो सका है । वे विद्यालय में न सिर्फ विद्यार्थियों को अपितु टीचिंग स्टॉफ को भी सीखने का पूरा अवसर देते हैं । डॉ. संजय गुप्ता का एक ही आदर्श वाक्य है उच्च गुणत्तापूर्ण शिक्षा के द्वारा चरित्र एवं राष्ट्र का निर्माण डॉ. संजय गुप्ता विद्यार्थियों में चरित्र के निर्माण हेतु विद्यालय में समय-समय पर मोटिवेशनल स्पीकरों से भी विद्यार्थियों को रूबरू कराते हैं साथ ही विभिन्न सामाजिक गतिविधियों से भी अवगत कराते हैं ।


आइए नजर डालते हैं डॉ संजय गुप्ता की असामान्य उपलब्धियों पर जो न केवल प्रेरक हैं अपितु रोचक भी हैं-

उच्च शिक्षा में स्पर्श किया बुलंदियों को-


डॉ संजय गुप्ता का जन्म 14 जून 1967 को मैनपुरी, जिला उत्तर प्रदेश में हुआ था। आप प्रारंभ से ही मेघावी छात्र रहे चूंकि आपके माता-पिता भी शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े थे अतः आपके अध्ययन में कोई व्यवधान नहीं आया । आपने एम.फिल.(गणित), एम.एड., एम.बी.ए.(एचआर), पी.एच.डी.(गणित एवं शिक्षा शास्त्र) एवं डी.लिट.(गणित) की उपाधि हासिल कर अपनी मेधा एवं प्रतिभा का लोहा मनवाया ।

शिक्षकीय कार्य में 35 वर्षां का सुनहरा सफर-


डॉ संजय गुप्ता ने सर्वप्रथम 1993 में पी0जी0टी0 गणित शिक्षक कें रुप में डीएव्ही कुसमुंडा से शुरुआत की।आपको पी0जी0टी0 गणित शिक्षक के रुप मेंं अनेक पुरस्कार और प्रमाण-पत्र मिले तथा आपके द्वारा पढ़ाए गए विद्यार्थियों ने 100 प्रतिशत अंक हासिल कर विद्यालय ही नहीं अपितु पूरे अंचल को गौरवान्वित किया और आगे चलकर कई बड़े-बड़े पदों पर आसीन हुए। डीएव्ही कुसमुंडा में 20 वर्ष निरंतर सेवा देने के पश्चातआप डीडीएम पब्लिक स्कूल कोरबा में 2013 से 2017 तक प्राचार्य के पद पर पदस्थ रहे।तत्पष्चात वर्तमान में इंडस पब्लिक स्कूल-कोरबा में प्राचार्य के पद पर आसीन हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धि एवं पुरस्कार-


शिक्षा से तात्पर्य पुस्तकीय ज्ञान से नहीं है बल्कि शिक्षा वह है जो मानव को मानवीय मूल्यां का ज्ञान कराये । अच्छी शिक्षा से ही समाज में प्रेम व मानवता का संदेश प्रसारित किया जा सकता है । इसी उद्देश्य को पूरा करते हुए इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के ऊर्जावान प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता को बेस्ट प्रींसिपल अवार्ड, ग्लोबल प्रींसिपल अवार्ड, ग्लोबल लीडर अवार्ड, बेस्ट इनोवेटिव प्रींसिपल अवार्ड, बेस्ट अचीवमेंट अवार्ड, अब्दुल कलाम अवार्ड सहित इंडस पब्लिक स्कूल दीपका को भी आपकी विशिष्ट कार्यशैली के बदौलत विभिन्न पुरस्कार प्राप्त हुए जिनमें स्वच्छता पुरस्कार, फाइव स्टार रेटिंग अवार्ड, बेस्ट प्री-स्कूल इन इंडिया अवार्ड, बेस्ट प्रायमरी स्कूल इन छत्तीसगढ़ अवार्ड इत्यादि शामिल है ।

समाज को दिशा देते हुए अनुकरणीय कार्यों पर एक नजर-
▪️ सदैव पर्यावरण के प्रति सजग एवं जागरूक रहे व लोगों को पौधरोपण कराने के लिए जागरूक करने में प्रयासरत हैं ।
▪️ गांधी जयंती के उपलक्ष्य में हर वर्ष अपने सफाई कर्मी और चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन करते हैं ।
▪️ पल्स पोलियो अभियान, रक्तदान शिविर एवं अन्य जनसेवी कार्यों में स्वयं भाग लेकर कार्यक्रम को सार्थक एवं सफल बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं ।
▪️ विद्यालय के प्रत्येक कार्यक्रम में अतिथियों से वृक्षारोपण करवाकर समाज में एक व्यापक चेतना प्रसारित करते हैं ।
▪️ बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ, सड़क सुरक्षा, भ्रष्टाचार उन्मूलन सहित विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर बेबाक रूप से अपनी राय प्रस्तुत करते हैं साथ ही विद्यार्थियों के द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समाज को जागरूक भी करते रहते हैं ।

डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि जब तक जीवन है तब तक शिक्षा का प्रचार व प्रसार करना ही एकमात्र उद्देश्य है । शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक उपकरण है । शिक्षा का उच्च स्तर लोगों को सामाजिक और पारिवारिक आदर तथा एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है । शिक्षा हममें आत्मविश्वास विकसित करने के साथ ही हमारे व्यक्तित्व निर्माण में भी साहयक है । हम केवल अच्छी उचित व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के द्वारा ही राष्ट्र निर्माण में सहयोग दे सकते हैं । हमें किताबी ज्ञान के स्थान पर प्रायोगिक या व्यावहारिक ज्ञान प अधिक जोर देना चाहिए । शिक्षा जहाँ तक संभव होता है उस सीमा तक लोगों का बेहतर और सज्जन बनाने का कार्य करती है ।