नशेड़ी को उसकी मां ने जंजीरों में बांधा, कहा- शराब पीकर करता है चोरी चकारी, बेच देता है घर का सामान…

16 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। कहते हैं अगर बेटे के पैरों में कंकड़ भी चुभ जाए तो मां का दिल छलनी हो जाता है. ऐसे में एक मां को अगर अपने ही बेटे को जंजीरों में बांधना पड़ जाए तो उसपर क्या बीतती होगी. सासाराम में एक मां को अपने जिगर के टूकड़े को जंजीरों में जकड़ना पड़ा है. मां ने यह कदम इसलिए उठाया ताकि बेटा ठीक हो सके.

दरअसल नगर थाना क्षेत्र के कबीरगंज मोहल्ले के कृष्णा कुमार नशे का आदी हो गया है. उसे नशे की लत ऐसी लगी है कि नशे की आदत को पूरा करने के लिए वो अपने घर के सामन को बेच देता है, मना करने पर मां और पत्नी से मारपीट पर उतारू हो जाता है. उसकी हरकतों से परेशान होकर मां चंद्रमुनी कुंवर व पत्नी सोनी देवी ने मिलकर उसे जंजीर से बांध दिया. बेटे को जंजीरों में जकड़ने पर मां चंद्रमुनी कुंवर ने कहा कि बेटे की हरकतों से परेशान होकर ऐसा करने के लिए मजबूर हुई हैं.

पहले मां ने खूब समझाया

बताया जा रहा है कि कबीरगंज की चंद्रमणि कुंवर जब अपने पुत्र कृष्ण कुमार के इस लत से परेशान हो गई, उसे खूब समझाया बुझाया. लेकिन उसकी गाजा,शराब, ब्राउन शुगर, हेरोइन की लत नहीं छूटी, तो अंत में परेशान होकर मा ने ही उसे अपने घर में ही जंजीरों से बांध दिया है.

बेटे को भी अपनी बुरी आदतों का एहसास

जंजीरों से बंधा युवक कृष्ण कुमार कहता है कि वह फिलहाल ब्राउन शुगर का सेवन करता है. वह खुद चाहता है कि नशे की लत से वह निकल जाए. लेकिन नशा है कि उसे छोड़ती ही नहीं. वह कहता है कि धीरे-धीरे इसे वह छोड़ना चाहता है. इसके लिए कोशिश भी कर रहा है. लेकिन फिर भी यह लत नहीं छूट रही है. उधर मां का कहना है कि नशे की लत को पूरा करने के लिए उसका बेटा आए दिन छोटी मोटी चोरी-चकारी भी करने लगा है.

नशे के लिए करने लगा चोरी

कभी किसी का मोबाइल चुरा लेता है, तो कभी किसी का सामान लेकर बेच देता है. इनके इस हरकतों से परेशान होकर कृष्ण कुमार को जंजीरों में बांधना पड़ा है. बीते रात वह नशे की हालत में आया और अपनी पत्नी का गला दबा रहा था. ऐसे में मां के पास कोई चारा नहीं बचा तो बहु के साथ मिलकर अपने बेटे कृष्ण के पूरे शरीर में जंजीर लगाकर ताले से बंद कर दिया है. मां जो अपने बच्चों को बड़े नाजों से पालती हैं. उसकी हर ख्वाहिश पूरी करने की कोशिश करती है. खुद भूखे रहकर उसे खिलाती है. ऐसे में बेटे को जानवर की तरह जंजीरों में जकड़ना कितना मुश्किल होगा मां के लिए. लेकिन बेचारी मां करे तो क्या करें? क्योंकि उसका बेटा नशेड़ी हैं. नशे में उसे अच्छे बुरे का फर्क मालुम नहीं रहा है.

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