राजस्थान में होगा कोरोना का खात्मा ! ‘फाइव फोल्ड’ स्ट्रेटजी से टूटेगी ओमिक्रोन की कमर..

राजस्थान में कोरोना के खतरे के बीच ओमिक्रोन संक्रमितों (omicron in rajasthan) के बढ़ने का सिलसिला भी लगातार जारी है. प्रदेश में ओमीक्रोन (omicron strain) के बढ़ते खतरे को देखते हुए अब राजस्थान सरकार (rajasthan government) ने एक अहम फैसला लिया है. सरकार की तरफ से की गई घोषणा के मुताबिक अब राजस्थान में पाए जाने वाले हर कोरोना संक्रमित मरीज की जीनोम सीक्वेंसिंग अनिवार्य तौर पर की जाएगी.

चिकित्सा सचिव वैभव गलारिया ने इस संबंध में सीएमएचओ, पीएमओ व सम्बन्धित अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस की और सभी अधिकारियों को निर्देश जारी किए. वहीं सरकार के इस फैसले के बारे में जानकारी देते हुए गलारिया ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का पता लगाने के साथ अधिक जानकारी हासिल करने के लिए यह फैसला लिया गया है.

‘फाइव फोल्ड’ स्ट्रेटजी से लगेगी ओमिक्रोन पर लगाम

आपको बता दें कि प्रदेश में ओमिक्रोन पर नियंत्रण और इसके फैलाव को रोकने के लिए सरकार अब ‘फाइव फोल्ड’ स्ट्रेटजी (five fold strategy)पर काम करेगी जिसके तहत कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टेस्ट, ट्रैक, ट्रीटमेंट, वैक्सीनेशन और कोविड अनुरूप व्यवहार करवाना सुनिश्चित किया जाएगा. वहीं सभी सीएमएचओ को व्यापक स्तर पर रेंडम सेंपलिंग करने के आदेश भी जारी किए गए हैं.

वैक्सीनेशन के लिए चलाया जाएगा विशेष अभियान

वहीं वैक्सीनेशन पर जानकारी देते हुए चिकित्सा सचिव ने आगे बताया कि पिछले कुछ दिनों से प्रदेशभर में वैक्सीनेशन ने तेजी पकड़ी है और आगे हम इसके लिए एक विशेष अभियान चलाने वाले हैं. अगर हम सरकारी आंकड़ों को देखें तो 13 दिसम्बर तक प्रदेश के 7 करोड़ 43 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड वैक्सीन दी जा चुकी है.

गौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरे को देखते हुए राजस्थान सरकार ने कमर कस ली है. सरकार ने सूबे में 540 में से 434 ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट्स शुरू किए हैं. वहीं आने वाले दिनों में 106 प्लांट्स और लगाने की तैयारी है. इस पर चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया का कहना है कि राज्य सरकार 1 हजार मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन बनाने का लक्ष्य रखती है.

अगर हम राजस्थान में बीते 24 घंटों में ओमिक्रोन के मामलों को देखें तो 4 नए मामले सामने आए हैं. राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि चार और कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामलों की पुष्टि हुई है. हालांकि इन मरीजों की सेहत स्थिर है.

वहीं राज्य में पिछले सभी ओमिक्रोन मामले अब ​निगेटिव हो गए हैं. राजस्थान में फिलहाल ओमिक्रोन के कुल 13 मामले हो गए हैं. वहीं देशभर के हालात के हिसाब से देखें तो महाराष्ट्र के बाद राजस्थान दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है.