पृथ्वी मुद्रा – सुखासन या पद्मासन जैसी ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं और अपनी पीठ को सीधा रखें. अपने अंगूठे और अनामिका उंगली को एक दूसरे से धीरे से छूने…
पृथ्वी मुद्रा – सुखासन या पद्मासन जैसी ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं और अपनी पीठ को सीधा रखें. अपने अंगूठे और अनामिका उंगली को एक दूसरे से धीरे से छूने…