14 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। महाराष्ट्र के नागपुर में एक 19 वर्षीय लड़की ने अपने प्रेमी से शादी करने के लिए ऐसा प्लान बनाया कि 1000 पुलिसवालों की नींद उड़ गयी. अपने प्रेमी से शादी करने की कवायद में सामूहिक दुष्कर्म की फर्जी शिकायत पुलिस मे दर्ज कराई, जिसके कारण नागपुर पुलिस ने मामले की तफ्तीश के लिए अपने कर्मियों की फौज लगा दी. मिली जानकारी के मुताबिक नागपुर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों समेत 1,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों ने सोमवार को यहां मामले की जांच की. युवती ने सुबह करीब 11 बजे कलमणा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी थी.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शहर भर के 250 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद जांचकर्ता इस नतीजे पर पहुंचे कि महिला ने सामूहिक दुष्कर्म की कहानी गढ़ी है. बाद में महिला ने पुलिस को बताया कि उसने अपने प्रेमी से शादी करने के लिए ऐसा किया. अधिकारी ने यह नहीं बताया कि युवती की असल योजनाएं क्या थी.
गैंगरेप की कहानी सुनाई थी
इससे पहले महिला ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि चिखाली इलाके के समीप एक सुनसान जगह पर दो लोगों ने उससे दुष्कर्म किया. उसने दावा किया कि जब वह सुबह रामदासपेठ इलाके में अपनी संगीत सीखने की कक्षा में भाग लेने के लिए जा रही थी तो ये दोनों लोग सफेद रंग की वैन में आए और उससे बूटीबोरी का रास्ता पूछा. अधिकारी ने युवती की शिकायत के हवाले से बताया कि इसके बाद दोनों लोगों ने उसे जबरन वैन में खींच लिया और एक कपड़े से उसका मुंह ढक दिया. अपहरणकर्ता उसे एक सुनसान जगह पर ले गए तथा उससे कथित तौर पर दुष्कर्म किया.
मामले की गंभीरता को भांपते हुए शहर की पुलिस ने तत्काल इसकी जांच शुरू कर दी. कलमणा पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुनील फुलारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मामले की जांच के लिए सीताबर्डी पुलिस थाने पहुंचे. अधिकारी ने बताया कि कुमार ने सीसीटीवी फुटेज, शहर में वैन गाड़ियों की जांच करने और महिला के दोस्तों से पूछताछ करने के लिए 1,000 से अधिक पुलिस कर्मियों के 40 विशेष दल गठित किए जबकि युवती को चिकित्सा जांच के लिए मायो अस्पताल भेजा.
पुलिस ने की सख्ती तो कबूल किया झूठ
छह घंटों से अधिक समय की कड़ी मशक्कत और 50 से अधिक लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि महिला ने सामूहिक दुष्कर्म की कहानी गढ़ी है. अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से यह पता चला कि महिला सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर वैराइटी चौक पर एक बस से उतरी, सुबह दस बजे वह झांसी रानी चौक की तरफ पैदल चली, उसने 10 बजकर 15 मिनट पर आनंद टॉकीज चौक से ऑटो रिक्शा लिया और सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर मायो अस्पताल पर उतर गयी.
इसके बाद उसने एक और ऑटो रिक्शा लिया तथा 10 बजकर 54 मिनट पर चिखाली चौक पर उतर गयी. उन्होंने बताया कि एक पेट्रोल पम्प पर लगे सीसीटीवी कैमरा में महिला को 11 बजकर चार मिनट पर कलमणा पुलिस थाने की ओर पैदल चलते हुए देखा गया. उन्होंने बताया कि ये जानकारियां मिलने के बाद पुलिस ने महिला ने पूछताछ की और उससे पूछा कि क्या उसने यह कहानी गढ़ी है. महिला ने पुलिस को बताया कि उसने अपने प्रेमी से शादी करने के लिए ऐसा किया.
2014 में महिला के साथ छेड़छाड करने वाले को 2 साल की सजा
उधर महाराष्ट्र के ठाणे स्थित अदालत ने वर्ष 2014 में महिला कर्मी के साथ छेड़छाड करने के दोषी निजी कंपनी के 54 वर्षीय मालिक को दो साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है. जिला एवं सत्र न्यायाधीश एचएम पठवर्धन ने सोमवार को दिए फैसले में आरोपी को भारतीय दंड संहिता की धारा-354 (महिला के सम्मान को भंग करने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) और धारा 506 ( आपराधिक धमकी) के तहत दोषी ठहराया और दो साल सश्रम कारावास के साथ 15 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई. अतिरिक्त लोक अभियोजक विजय मुंडे ने अदालत को बताया कि 25 वर्षीय पीड़िता अविवाहित है और आरोपी की नवी मुंबई स्थित कंपनी में काम करती थी.
उन्होंने बताया कि चार मार्च 2014 को आरोपी महिला को इलाज के बहाने कार में ले गया और इसके बाद नवी मुंबई के सीवुड्स ले जाकर उससे छेड़छाड़ की. इसके बाद वह पड़ोसी जिले नासिक के पथरदी नाका के लॉज में ले गया और वहां भी उससे दोबारा छेड़छाड़ की. मुंडे ने अदालत को बताया कि आरोपी ने घटना की जानकारी किसी को देने पर नतीजे भुगतने की धमकी भी दी. हालांकि, पीड़़िता ने नवी मुंबई के एनआरआई सगरी पुलिस थाने में प्रथमिकी दर्ज कराई जिसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी हुई.
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