सिंटेक्स इंडस्ट्रीज को खरीदने की दौड़ में रिलायंस भी शामिल, दिवालिया हुई इस कंपनी पर बैंकों का इतना है बकाया…

दिवालिया सिंटेक्स कंपनी की खरीद में देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज भी शामिल हो गई है. रिलायंस के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम ने बोली लगाने के लिए एसेट्स केयर एंड री-कंस्ट्रक्शन एंटरप्राइजेज के साथ साझेदारी की है. खबर ये है कि ये दूसरी दिवालिया कंपनी है जिसे रिलायंस इंडस्ट्रीज खरीदने की तैयारी में है. इससे पहले 2019 में जेएम फाइनेंशियल के साथ आलोक इंडस्ट्रीज के लिए रिलायंस ने 5000 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. इसके बाद अब सिंटेक्स की खरीदारी के लिए बोली लगाने की तैयारी है.

आलोक इंडस्ट्रीज की खरीदारी के लिए भी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एसेट्स केयर एंड री-कंस्ट्रक्शन एंटरप्राइजेज के साथ साझेदारी कर 5000 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. आलोक इंडस्ट्रीज पर 27 बैंकों का 30 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया था. सिंटेक्स इंडस्ट्रीज की बात करें तो इस साल की शुरुआत में वेलस्पन ग्रुप ने इस कंपनी की खरीदारी के लिए 1950 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. लेकिन बातचीत सफल नहीं हो सकी क्योंकि सिंटेक्स पर देनदारियों की राशि बहुत ज्यादा थी. इस कारण सिंटेक्स कंपनी को वेलस्पन नहीं खरीद सकी. सिंटेक्स के 7500 करोड़ के दावे के आगे वेलस्पन का ऑफर बहुत छोटा था.

बोली लगाने वालों में कितनी कंपनियां शामिल

अब सिंटेक्स इंडस्ट्रीज के लिए बोली लगाने वाली कंपनियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. सिंटेक्स के लिए बोली लगाने वालों की सूची में जीएचसीएल, श्रीकांत हिमतसिंगका, दिनेश कुमार और हिमतसिंगका वेंचर भी शामिल हैं. अगर रिलायंस इंडस्ट्रीज सिंटेक्स का अध्रिग्रहण करती है तो इसके पूरे वैल्यू चेन पर उसका कब्जा हो जाएगा. सिंटेक्स के माल खरीदारों में देश-दुनिया की कई बड़ी अपेरल कंपनियां (पोषाक कंपनिया) शामिल हैं. सिंटेक्स के ग्राहकों में अरमानी, डीजल और बरबेरी जैसे टॉप ब्रांड शामिल थे. रिलायंस अगर सिंटेक्स का अधिग्रहण करता है तो ये ब्रांड भी उसके हिस्से में आ सकते हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हाल ही में इन कंपनियों के साथ करार किया है.

टेक्सटाइट शेयरों में उछाल

सिंटेक्स के लिए बोली लगाने वालों की लंबी कतार और रिलायंस के इसमें शामिल होने से शेयर बाजार में टेक्सटाइल कंपनियों में बड़ा रुझान देखने को मिल रहा है. ट्राइडेंट, केपीआर मिल्स, आलोक इंडस्ट्रीज, सुपर स्पीनिंग समेत कई ऐसे शेयर हैं जिनमें बीते हफ्ते जो तेजी शुरू हुई थी, उसमें इस हफ्ते भी तेजी जारी है. अमेरिका में चीन से टेक्सटाइल प्रोडक्ट के आयात पर प्रतिबंध लगने के बाद भारत में टेक्सटाइल शेयरों में तेजी देखी जा रही है. शेयर बाजारों में यह बढ़त आगे भी जारी रह सकती है.

बैंकों का इतना है बकाया

सिंटेक्स की खरीदारी कर रिलायंस इंडस्ट्रीज टेक्सटाइल उद्योग में अपना दायरा बढ़ाना चाहती है. एनसीएलटी की अहमदाबाद बेंच ने इस साल अप्रैल में इनवेस्को एसेट मैनेजमेंट की याचिका पर सिंटेक्स की दिवालिया प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंटेक्स पर अभी तक 27 बैंक और वित्तीय संस्थानों ने 7,534.6 करोड़ रुपये का दावा किया है. इन दावों में एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरबीएल, आदित्य बिड़ला फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, एलआईसी, स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक और कर्नाटका बैंक शामिल हैं.

शुरुआती प्रक्रिया में सभी बोलियों को इंटरनल रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल के पास भेजा जाएगा. यहां बोलियों की स्क्रूटनी होगी जिसके बाद इसे कमेटी ऑफ क्रेडिट के पास भेजा जाएगा. कमेटी ही अंतिम फैसला लेगी कि किस कंपनी की बोली को मंजूर करना है. जिस कंपनी को मंजूरी मिलेगी, उसे सिंटेक्स की खरीदारी की अनुमति मिल जाएगी.

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