गाजीपुर बॉर्डर से किसानों के टेंट-तंबू उखड़ने की रफ्तार तेज, जानें कब तक खुलेगा NH-24?

नई दिल्‍ली. संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) द्वारा किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को स्थगित करने की घोषणा के बाद गाजीपुर बॉर्डर के साथ टिकरी और सिंघु बॉर्डर से प्रदर्शनकारियों की अपने घरों के लिए रवानी तेज हो गई है. दरअसल शनिवार की सुबह से दिल्‍ली बॉर्डरों से किसानों का अपने-अपने घर लौटने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह सोमवार को भी जारी है. वहीं, यूपी और दिल्‍ली को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 24 (National Highway-24) को लेकर गाजियाबाद के एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने कहा कि किसानों के पूरी तरह से हटने का इंतजार है. उसके बाद ही नेशनल हाईवे को पूर्ण रूप से खोला जाएगा, तब तक सभी आमजन से आग्रह है कि धैर्य बनाए रखें हमारी तरफ से पूरी तैयारी है.

इसके साथ गाजियाबाद के एसपी ट्रैफिक ने कहा कि इससे आमजन को काफी राहत मिलेगी. दिल्ली से गाजियाबाद की दूरी बड़ी आसानी से आमजन तय कर पाएंगे.

NHAI ने कही ये बात


भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सूत्रों के मुताबिक, नेशनल हाईवे को खोलने में अभी 15-20 दिन का समय लगत सकता है, क्‍योंकि इसे खोलने से पहले सड़क की मरम्मत करनी होगी. दरअसल एक फ्लाईओवर पर दरारें देखी गई हैं, जहां किसान आंदोलन कर रहे थे. एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने कहा कि किसानों के जाने के बाद हम जगह का निरीक्षण करेंगे. उसके बाद कुछ मरम्मत कार्य भी करने की आवश्यकता है.

राकेश टिकैत ने कही थी ये बात


भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि किसान 15 दिसंबर तक गाजीपुर बॉर्डर पर बना आंदोलन स्थल पूरी तरह से खाली हो जाएगा, क्‍योंकि लगातार काफी संख्‍या में किसान अपने-अपने घर लौट रहे हैं. आगे की क्या रणनीति रहेगी? इसके लिए 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी. बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 11 दिसंबर से प्रदर्शन स्थल खाली करने की घोषणा की थी. इससे पहले टिकैत ने कहा था कि वे महापंचायतों का आयोजन बंद नहीं करेंगे. किसानों के मुद्दों पर चर्चा के लिए समय-समय पर महापंचायत का आयोजन होगा. अधिकांश किसान शनिवार को दिल्ली की सीमा को छोड़कर अपने घरों को लौट गए हैं और बाकी आने वाले दिनों चले जाएंगे, लेकिन मैं 15 दिसंबर को जाऊंगा.