STF को मिली बड़ी सफलता, 3 करोड़ की हेरोइन के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार, 1.48 लाख का जाली नोट भी जब्त..

बंगाल एसटीएफ (Bengal STF) को बड़ी सफलता मिली है. बिहार के किशनगंज (Kishanganj) के गलगलिया से सटे पश्चिम बंगाल के खोरीबारी थाना क्षेत्र की बतासी स्थित दुर्गा मंडप के पास से रविवार को दो किलो 800 ग्राम हेरोइन (Heroin Drug Smuggler) के साथ एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसकी कीमत तीन करोड़ आंकी गयी है. गिरफ्तार आरोपितों में पिंटू शेख, आलम शेख और महिला जोशना मल्लिक शामिल है. इसमे पिंटू शेख और आलम शेख मुर्शिदाबाद के लालगोरा के रहने वाले है. आरोपी मुर्शिदाबाद की रहने वाले हैं और महिला खारीबाड़ी इलाके की रहने वाली है. पूछताछ के अनुसार, हेरोइन को नेपाल तस्करी करने की योजना थी.

इसके साथ ही बतासी में 1.48 लाख के नकली नोटो के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नकली नोट बांग्लादेश से तस्करी कर भारत लाया गया था, जिसे बिहार व बंगाल आना था. गिरफ्तार एक व्यक्ति पश्चम बंगाल के मालदा जिले के इंग्लिश बाजार व दूसरा बिहार का रहनेवाला है.

उत्तर बंगाल में जाली नोट का बड़ा गिरोह कर रहा है काम

वहीं महिला जोशना मल्लिक खोरीबाड़ी थाना क्षेत्र के बतासी की है. पिंटू शेख और आलम शेख दोनों हेरोइन को बतासी निवासी जोशना मल्लिक के देने के लिए आये थे. खोरीबाड़ी पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. सोमवार को आरोपितों को रिमांड की अर्जी पर सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया जायेगा. पूछताछ के अनुसार, हेरोइन को नेपाल तस्करी करने की योजना थी. उत्तर बंगाल और उत्तर बिहार में मादक पदार्थों और जाली नोट का एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है.

1.48 लाख नकली नोटो के साथ दो गिरफ्तार

स्पेशल टास्क फोर्स के पास पहले से ही सूचना थी कि सीमा पार नकली नोटों की तस्करी की जा रही है. उसके अनुसार, जांचकर्ता पहले से ही घात लगाकर बैठे थे. रविवार को विशेष स्थानों के लिए अभियान चलाया गया. तस्कर दोनों हाथों में बैग लिए घूमते नजर आए. दोनों को पहले हिरासत में लिया गया क्योंकि वे पूछताछ के दौरान कोई सही जवाब नहीं दे सके. उनके बैग की तलाशी ली गई और लाखों रुपये के नकली नोट बरामद किए गए. तब दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में पता चला कि जाली नोट मूल रूप से बांग्लादेश से आ रहे थे. नकली नोटों को बिहार के विभिन्न हिस्सों में फैलाने की योजना थी। इन्हें सीमा पार करने से पहले मालदा में पकड़ा गया था. जांचकर्ताओं का अनुमान है कि मालदा सीमा पर बड़े जाली नोटों की तस्करी का गिरोह सक्रिय है, जो बिहार में बंगाल जा रहा है. ऐसे में इसके पीछे एक बड़ा हिस्सा काम कर रहा है.