Delhi University Admission: दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) में अगले साल से एडमिशन के लिए एक कॉमन एंट्रेस टेस्ट (Common Entrence Test) आयोजित किए जाएंगे. दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने कॉमन एंट्रेस एग्जाम के लिए मंजूरी दे दी है. पीटीआई के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की तरफ से परीक्षा के लिए हर झंडी दे दी है. कॉमन एंट्रेंस टेस्ट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित की जाएगी. शुक्रवार को हुई बैठक में 26 निर्वाचित सदस्यों में से 17 के विरोध के बावजूद, एक कॉमन एंट्रेंस परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव पारित किया गया.यानी डीयू में अगले साल से कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से ही स्नातक में एडमिशन होगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति, योगेश सिंह ने नौ सदस्यीय पैनल की स्थापना की थी. उन 9 सदस्यों की रिपोर्ट पर विश्वविद्यालय को प्रवेश की प्रक्रिया के लिए सीईटी के जरिए एडमिशन पर बात बनी है. विश्वविद्यालय को प्रवेश की प्रक्रिया में पर्याप्त निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सीईटी (Common Entrence Test) के जरिए परीक्षा लेने का फैसला किया गया है.शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने यह प्रस्ताव पेश किया गया था.
यूजीसी ने कही ये बात
रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यकारी परिषद की बैठक में इसकी मंजूरी के बाद प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के तौर-तरीकों पर काम किया जाएगा. परिषद ने 2022-23 से नैनोमेडिसिन और बीटेक कार्यक्रमों में पीएचडी और परास्नातक (Master) शुरू करने पर भी चर्चा की. इससे पहले यूजीसी ने भी कहा था कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र के लिए स्नातक (under Graduate) और स्नातकोत्तर ( Post Graduate) पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) आयोजित कराया जा सकता है.
डीयू कुलपति ने पहले ही एडमिशन प्रकिया को लेकर की थी चर्चा
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति ने एडमिशन प्रोसेस को बदलने को लेकर बात कही थी. उन्होंने कहा था कि यूनिवर्सिटी में एडमिशन किए जाते हैं, उसमें कुछ कमियां उनमें सुधार की जरूरत है. एडमिशन प्रक्रिया में इस बात पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.
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