Helicopter Crash: स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा उनके गांव, बड़ी संख्या में श्रद्धांजलि देने पहुंचे लोग..

बुधवार को तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाले स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार को राजस्थान के झुंझुनू जिले में उनके पैतृक निवास पर लाया गया. उन्हें सांसद नरेंद्र कुमार, विधायक रीता चौधरी, जिला कलेक्टर यू डी खान, एसपी प्रदीप मोहन शर्मा समेत अन्य ने हवाई पट्टी पर पुष्पांजलि अर्पित की. उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे. इससे पहले दिन में, भारतीय वायु सेना (IAF) के अधिकारियों ने बेंगलुरु के येलहंका एयर फ़ोर्स बेस पर लांस नायक को अंतिम श्रद्धांजलि दी थी.

भारतीय वायुसेना का फूलों से सजा हुआ ट्रक पार्थिव शरीर को लेकर उनके गांव घरदाना खुर्द पहुंचा. कलेक्टर यूडी खान ने कहा, “गांव में अंतिम संस्कार के लिए उचित व्यवस्था की गई है.” स्क्वाड्रन लीडर को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके गांव और हवाई पट्टी से रास्ते में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.

13 लोगों की हादसे में गई थी जान

भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित MI-17 V5 हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों की 8 दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्त होने के मौत हो गई थी.

इस हादसे में अपनी जान गंवाने वालों में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर, स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और वायु सेना के हेलीकॉप्टर चालक दल सहित नौ अन्य सशस्त्र बल कर्मी शामिल हैं.

ग्रुप कैप्टन का चल रहा इलाज

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति हैं और वर्तमान में उन्हें इलाज के लिए बेंगलुरु के वायु सेना कमांड अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इससे पहले, जनरल रावत, उनकी पत्नी और उनके रक्षा सहायक ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर के शवों का शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के बरार स्क्वायर श्मशान में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.

बिपिन रावत का जाना, देश के लिए क्षति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा, “भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का निधन हर देशभक्त के लिए एक बड़ी क्षति है.” प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश में सरयू नाहर राष्ट्रीय परियोजना के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे. पीएम मोदी ने कहा कि जनरल रावत बहादुर थे और उन्होंने देश के सशस्त्र बलों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कड़ी मेहनत की और देश इसका गवाह है. पीएम ने कहा, ‘जनरल बिपिन रावत जहां भी हों, आने वाले दिनों में वे भारत को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ते हुए देखेंगे.’

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